हरिद्वार के डीएम दीपक रावत एक्शन में हैं उन्होंने हरिद्वार के लस्कर में मनरेगा का 12 लाख का घोटाला पकड़ा है। डीएम दीपक रावत अपने तेज तरार काम के लिए जाने जाते हैं उन्होंने इस बार जब वीडियो से मनरेगा के तहत बन रही सडक पर फाइल मांगी तो वीडियो साहेब नहीं दे पाए लादपुर के सड़क घोटाले में एफआईआर दर्ज करने के डीएम के आदेश के बाद लक्सर विकासखंड कार्यालय में खलबली मची हुई है।
इसमें आरोपी बनाए जा रहे प्रधान और कर्मचारी बाढ़ के पानी से सड़क की मिट्टी बहने की बात कह रहे हैं, जबकि राजस्व प्रशासन इस साल लादपुर क्षेत्र में बाढ़ का प्रकोप नहीं होने का दावा कर रहा है। इसके बाद जब जांच आगे बड़ी तो एक के बाद एक घोटालों की पोल खुल गयी। बुधवार देर शाम डीएम दीपक रावत ने लक्सर के लादपुर में मनरेगा के तहत 4 लाख की लागत से निर्मित बताई जा रही सड़क का निरीक्षण किया था।
मौके पर सड़क बनी हुई नहीं मिली थी। इस पर डीएम ने पंचायत सचिव और मनरेगा के जेई के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराने के अलावा प्रधान को नोटिस देकर स्पष्टीकरण तलब करने और खंड विकास अधिकारी का वेतन रोकने के आदेश दिए हैं। डीएम ने संबधित फाइल मांगी तो वो मौके पर उपलब्द नहीं करा पाए। इसके बाद इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं।
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इस तरह से हरिद्वार में डीएम दीपक अब करोड़ों का घोटाला पकड चुकी हैं उनकी हाथ के नीचे अफराद और घोटाला करने की हिम्मत हर कोई नहीं करता लेकिन जब से डीएम दीपक रावत हरिद्वार के डीएम बने हैं। तब से हरिद्वार में जमीन घोटाले, अवैध निर्माण,अवैध कारोबार, मनरेगा घोटाले और सेक्स स्कैंडल के बहुत जादा भंडाफोड़ सामने आये हैं।
तीर्थ नगरी हरिद्वार को उनके जैसे डीएम की जरूरत थी इसलिए उन्हें नैनीताल से हरिद्वार का कार्य सौंपा गया लगता है। अभी तो शुरुहत है देखते जाईये अभी तो कई घोटालों से पर्दा उठाना बाकी है। ')}