उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले से दुःखद खबर आ रही है। जिले के डूंगरी के उडल गांव में एक नाबालिक ढाई साल के बच्चे को मां की गोद से गुलदार उठा ले गया। जब तक मां कुछ समझ पाती गुलदार बच्चे को लेकर जंगल की तरफ दौड़ पड़ा और आँखों के सामने से ओझल हो गया। बाद में घर से 300 मीटर दूर जंगल में बच्चे का अधखाया शव बरामद हुआ।
बच्चे का नाम हर्ष मेहरा पुत्र दीपक सिंह है बच्चे को गुलदार उठाने की खबर के बाद वन विभाग की टीम पर पहुंची और शव का पंचनामा किया। घटना के बाद गांव वालों में आक्रोश है साथ ही पूरे गांव में खौफ पसरा हुआ है। वन क्षेत्राधिकारी संचिता वर्मा ने बताया कि मौके पर वन विभाग की टीम पहुंची है। शव का पंचनामा किया जा रहा है उसके बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।
मासूम बच्चा जो कि अपने पैरों पर खड़ा होना भी नहीं सीखा था कि आदमखोर ने उसे अपना शिकार बना लिया। बताया जा रहा कि दीपक के घर में हाल में बालिका ने जन्म लिया है एक दिन पहले ही घर में उसके नामकरण की ख़ुशी मनाई जा रही थी लेकिन किसे पता था कि अगले ही दिन गुलदार परिवार की ख़ुशी को बुझाकर ओझल हो जाएगा। पहाड़ों पर ऐसे ही खबरें लगातार बढ़ रही हैं, गुलदार लोगों को अपना निवाला बना रहे हैं। बच्चे घर में भी सुरक्षित नहीं हैं। गौशाला उजाड़ कर गुलदार 50-50 बकरियों को एक साथ निवाला बना रहा है। अब जिम्मेदार ठहराएं तो किसे?