देवभूमि को यूं ही वीरों की भूमि नही कहते हैं। जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में देवभूमि उत्तराखंड का लाल, भारत माँ का सपूत एवं 11वीं गढ़वाल राइफल निवासी-सतपुली, पौड़ी गढ़वाल मनदीप सिंह नेगी देश की रक्षा करते हुये शहीद हो गए। वे सिर्फ 23 साल के थे।
बीती रात करीब आठ बजे मनदीप के शहीद होने की परिवार को जानकारी मिली। मनदीप के पिता सतपाल सिंह कृषक के रूप में घर पर ही कार्य करते हैं। जवान बेटे के शहीद होने की खबर सुनने के बाद गहरे सदमे में हैं मनदीप की माता हेमंती देवी बेसुध हैं। मनदीप अपनी माता पिता की इकलौती संतान हैं। मनदीप पिछले साल दो माह की छुट्टी पर घर आया था और उसी दौरान उसकी सगाई भी हुई थी। कुछ समय बाद विवाह होना भी तय हुआ था लेकिन अचानक से इस तरह की सूचना प्राप्त होने के बाद दोनों ही परिवारों में मातम का माहौल छा गया है। परिवार सहित परिजन व गांव के लोग अपने लाल के पार्थिव शरीर के इंतजार में हैं। सूचना मिलने पर तहसील प्रशासन गांव पहुंच गया है और सभी लोग परिवार को ढांढस बंधाने की कोशिसों में लगे हुए हैं।
बताया जा रहा है कि बीती रात कश्मीर में भारी बारिश में ड्यूटी के दौरान बिजली गिरने से उनकी मौत हो गई, अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, उनके पार्थिव शरीर को कानूनी औपचारिकताओं के लिए उप जिला अस्पताल (एसडीएच) तंगमर्ग में स्थानांतरित कर दिया गया। श्रीनगर सेना मुख्यालय में उन्हें श्रधांजलि अर्पित कर एयरलिफ्ट करके शनिवार को उनके परिजनों को सौंपा जाएगा।