उत्तराखंड का एक और लाल देश के लिए कुर्बान हो गया। जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में सरहद पर अपना फर्ज निभाते हुए 11वीं गढ़वाल राइफल के जवान मनदीप सिंह नेगी शहीद हो गए। उत्तराखंड के पौड़ी जिले के सुदूरवर्ती गांव सकनोली, चौबट्टाखाल के रहने वाले मनदीप सिंह पुत्र सत्यपाल सिंह ने 23 साल की उम्र में ही देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया है।
जानकारी के अनुसार, गुरूवार रात फोन पर घरवालों को सेना की और से फ़ोन पर जानकारी मिली कि गुलमर्ग क्षेत्र में एक पोस्ट पर ड्यूटी के दौरान मनदीप शहीद हो गए। खबर सुनने के बाद परिवार में कोहराम मच गया, मनदीप की माता हेमंती देवी बेसुध हो गई। बीते वर्ष मनदीप दो माह की छुट्टी पर घर आया था और उसी दौरान उसकी सगाई हुई थी। जुलाई माह में मनदीप घर आने वाले थे जिसके बाद उनकी शादी की तैयारी होनी थी। मनदीप सिंह का पार्थिव शरीर शनिवार को उनके पैतृक गांव पहुंचेगा। जहां पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत व पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जवान के शहीद होने पर दुःख व्यक्त किया है त्रिवेंद्र सिंह रावतउन्होंने लिखा ‘जम्मू कश्मीर के गुलमर्ग में सरहद पर अपना फर्ज निभाते हुए 11वीं गढ़वाल राइफल के 23 वर्षीय सतपुली, पौड़ी गढ़वाल निवासी मनदीप सिंह नेगी जी शहीद हुए हैं, मैं उनके बलिदान को शत-शत नमन करता हूं।’ एक ओर जहां हमें अपने शहीद की शहादत पर गर्व है वहीं उन्हें खोने का भी बेहद दुःख है। ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें तथा शोक संतप्त परिजनों को सम्बल प्रदान करें। शहीद के परिजनों के साथ हम सदैव खड़े हैं।’