मुख्यमंत्री तीरथ रावत ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड व गैरसैंण कमिश्नरी के मामले में सरकार जनभावनाओं को देखते हुए फिर विचार करेगी। इसके अलावा कुंभ में स्नान के लिए आने वाले यात्रियों के लिए कोरोना की नेगेटिव रिपोर्ट लाने की बाध्यता नहीं होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि 12 सालों के बाद होने वाला महाकुंभ श्रद्धा और भावनाओं से जुड़ा है। जिसमें देश दुनिया के करोड़ों श्रद्धालुओं की गंगा के प्रति आस्था रहती है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कुंभ के लिए पर्याप्त बसों का इंतजाम किया जाए। वहीं, कुंभ क्षेत्र की सड़कों की मरम्मत व साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।
साथ ही उन्होंने कहा कि कुंभ में आने वाले शंकराचार्यों और अखाड़ों को भूमि और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। उन्होंने कहा कि कुंभ के लिए यदि अतिरिक्त व्यवस्थाएं करनी हैं, उसका प्रस्ताव दो दिन में दें। देवस्थानम बोर्ड और गैरसैण कमिश्नरी मामले में मुख्यमंत्री ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड और गैरसैंण कमिश्नरी पर सरकार जनभावनाओं को देखते हुए फिर विचार करेगी। तीर्थ पुरोहितों को बातचीत के लिए बुलाया जाएगा। सरकार का काम लोगों की दिक्कतें दूर करना है, बढ़ाना नहीं।