इस साल गंगोत्री-यमुनोत्री में रिकॉर्डतोड़ यात्रियों ने दर्शन किये। अब तक 9,93,314 यात्री इन दोनों धामों में पहुंचे हैं। अभी भी यात्रा में दो दिन का समय बाकी है और इस दौरान इसके 10 लाख पार करने की संभावना है। 2011 में धाम में सबसे अधिक 9,47,259 यात्री पहुंचे थे। इस साल यह रिकॉर्ड टूट चूका है।
दीपावली के अगले दिन यानी 28 अक्टूबर को गंगोत्री धाम के कपाट अगले छः माह के लिए बंद हो जायेंगे। इस दिन पूर्वाह्न 11.40 बजे मंदिर के कपाट बंद कर 11.55 बजे गंगा जी की भोग मूर्ति को डोली यात्रा के साथ मुखबा के लिए रवाना की जाएगी। इस दिन डोली यात्रा मुखबा मार्कण्डेय के निकट देवी मंदिर में रात्रि विश्राम करेगी और अगले दिन मां गंगा की भोग मूर्ति को मुखबा स्थित गंगा मंदिर में स्थापित किया जाएगा।
वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट अगले दिन यानी 29 अक्टूबर को बंद होंगे। भैया दूज के पावन पर्व पर सुबह आठ बजे खरसाली से मां यमुना के भाई शनि महाराज समेश्वर देवता की डोली यमुना जी को विदा कराकर लाने के लिए यमुनोत्री रवाना होगी। दोपहर 12.25 बजे अभिजित मुहूर्त में यमुनोत्री मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर यमुना जी की उत्सव मूर्ति को डोली यात्रा के साथ खरसाली लाई जाएगी। यहां विधि विधान एवं अनुष्ठान के साथ यमुना जी की मूर्ति को यमुना मंदिर में स्थापित किया जाएगा।