देहरादून की सबसे व्यस्त राजपुर रोड के मुहाने पर स्थित घंटाघर अब और भी सौंदर्य और मजबूत रूप में अपनी चमक बिखेरेगा। घंटाघर का बहुप्रतिक्षित मरम्मत व सौंदर्यकरण का कार्य शुरू हो गया है। घंटाघर की स्थिति काफी काफी खराब हो चुकी थी। जिसमे सुधार के लिए जरूरी कदम उठाना जरूरी था।
घंटाघर पर एक कार्यक्रम में मेयर ने 66 लाख के मरमत कार्य और 76 लाख रुपये के सौंदर्यकरण काम का उद्घाटन किया। सौंदर्यकरण का कार्य खुद नगर निगम करेगा जबकि इसकी मरमत का कार्य बिडकुल कंपनी करेगी।
कई साल पुराना और देहरादून की पहचान कहे जाने वाले घंटाघर की नीव भी कमजोर पढ़ चुकी है। लिहाजा नीव से ही मरमत का कार्य किया जाएगा। आपको बता दें कि रुड़की आईआईटी व एफआरआई के वैज्ञानिकों ने घंटाघर की यथास्थिति की जांच की थी, जिसमे उन्होने घंटाघर को अंदरुनी रूप से पहुंच रही क्षति के बारे में अगाह किया था।
जिसके बाद कई बार इस काम के लिए बजट नहीं मिल सका। लेकिन इस बार इसकी मरमत के लिए बजट मिल चूका है। इस काम के पूरा होने पर घंटाघर पूरी तरह मजबूत बन जाएगा और इसका सुन्दर नजारा पहले से जादा आर्कषक होगा।
सौंदर्यकरण में नया फब्बारा, स्थूलाकृति व फुलवारी भी लगायी जायेगी आपको बता दें कि घंटाघर का निर्माण ब्रिटिश शासन काल के दौरान अंग्रेज़ो द्वारा करवाया गया था। यह घण्टाघर षट्कोणीय आकार का है जिसके शीर्ष पर छः मुखों पर छः घड़ियाँ लगी हुई हैं, हालांकि यह घड़िया चालू हालत में नहीं हैं। ईटों से बने इस कला को एसिया में सबसे अलग माना जाता है। ')}