टोक्यो ओलंपिक 2020 में ऐतिहासिक प्रदर्शन के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम ने सोमवार को यहां एफआईएच हॉकी प्रो लीग में शानदार पदार्पण किया। भारत ने अपने पहले मैच में पड़ोसी चीन को 7-1 से रौंद दिया।मस्कट में पिछले चार दिनों में भारत और चीन के बीच यह दूसरी भिड़ंत थी, लेकिन दोनों के नतीजे समान निकले। इससे पहले 28 जरनवरी को 2022 महिला हॉकी एशिया कप के कांस्य पदक मैच में भी भारत ने चीन को 2-0 से धूल चटाई थी और आज के मैच में 7-1 से बड़ी जीत दर्ज की।
भारत ने मैच में शुरुआत से ही अपनी पकड़ बनानी शुरू की। रणनीति के तहत आक्रामक तरीके से खेलते हुए भारत ने फॉरवर्ड नवनीत कौर और मिडफील्डर नेहा गोयल के क्रमश: पांचवें और 12वें मिनट के दो शानदार गोलों से पहले क्वार्टर में 2-0 की बढ़त बना कर चीन पर दबाव बनाया। दूसरे क्वार्टर में हालांकि चीन ने मुस्तैदी दिखाई और यह क्वार्टर गोल रहित रहा। तीसरा क्वार्टर भी एक समय तक गोल रहित जाता दिख रहा था, लेकिन अनुभवी फॉरवर्ड वंदना कटारिया के 40वें मिनट में शानदार फील्ड गोल के जरिए 3-0 की बढ़त बना ली। चीन ने हालांकि पलटवार करते हुए 43वें मिनट में गोल करके बढ़त के अंतर को कम किया। इस प्रकार तीसरा क्वार्टर 3-1 के स्कोर पर समाप्त हुआ।
चौथे क्वार्टर की शुरुआत में पूरी तरह से दबदबा बनाया और एक के बाद एक गोल दागे, जिससे चीन को मैच में वापस आने का मौका हीं नहीं मिला। 47वें मिनट में सुशीला चानू ने चौथा, 48वें मिनट में शर्मिला देवी ने पांचवां, 50वें मिनट गुरजीत कौर ने छठा और 52वें मिनट में फिर से सुशीला ने सातवां गोल किया। शर्मिला को शानदार फील्ड गोल के ‘प्लेयर ऑफ द मैच चुना’ गया।उल्लेखनीय है कि कोरोना संबंधित यात्रा प्रतिबंधों के कारण ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के प्रतियोगिता से हटने के बाद भारतीय महिला टीम को पहली बार एफआईएच हॉकी प्रो लीग में खेलने का मौका मिला था। टूर्नामेंट से पहले भारत के मुख्य कोच जेनेके शोपमैन ने एफआईएच हॉकी प्रो लीग ने उनकी टीम को नियमित और उच्च गुणवत्ता वाली प्रतियोगिता में खेलने का अवसर मिलने के लिए खुशी जाहिर की थी।