प्रदेश के नए मुखिया द्वारा लिए जा रहे फैसले युवाओं में एक नई आशा का संचार कर रहे हैं। सोमवार को अतिथि शिक्षकों के वेतनमान बढ़ाये जाने के फैसले के बाद विभिन्न स्कूलों में कार्यरत अतिथि शिक्षकों ने ख़ुशी जताई है। हालांकि अभी भी स्थायी नियुक्ति को लेकर अतिथि शिक्षकों की मांग जारी रहेगी। बता दें कि अतिथि शिक्षकों की सरकार हमेशा उपेक्षा करती आई है बात उनकी नियुक्ति को लेकर हो चाहे फिर वेतनमान को लेकर बात हो, सरकार ने हमेशा अतिथि शिक्षकों को अधर में लटकाये रखा है।
वर्तमान में अतिथि शिक्षकों को पंद्रह हजार रुपये मानदेय मिलता था। जो अब बढ़ाकर 25 हजार कर दिया गया गया है। साथ ही अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति उनके गृह जनपद में करने के निर्देश कर दिए गए हैं। इसके लिए अतिथि शिक्षकों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय का आभार व्यक्त किया है। अतिथि शिक्षकों का कहना है भविष्य में सरकार अतिथि शिक्षकों को स्थायी नियुक्ति भी जरूर देगी, क्योंकि वे इसके लिए योग्य हैं अतिथि शिक्षकों का कार्य संतोषजनक रहा है। साथ ही राज्य में भारी संख्या में शिक्षकों के पद भी खाली हैं। बता दें कि अतिथि शिक्षक हमेशा से वेतनमान बढ़ाने को लेकर मांग करते आए हैं। शिक्षकों का कहना था कि सरकार उनकी महत्वपूर्ण मांग का निराकरण नहीं करा पा रही है, जिस कारण अतिथि शिक्षक अपने भविष्य को लेकर चिंतित थे। सरकार द्वारा वेतनमान बढ़ाये जाने पर अब थोड़ी आस जगने लगी है।