गर्मियों की छुट्टियों में ठंडी वादियों का रुख कर रहें हैं तो उत्तराखंड में एक ऐसी जगह है जहां आप अपने परिवार के साथ फुरसत के पलों का भरपूर लुत्फ उठा सकते हैं। जैसे कि आपको पता है कि उत्तराखंड में प्राकृतिक खूबसूरती की कमी नहीं है। मसूरी, नैनीताल जैसी जगहें आपको सबसे पहले आकर्षित करेंगी, लेकिन इस बार हम आपको ऐसी जगह के बारे में बता रहे हैं जहां के बारे में आप सायद ही जानते हों। इस खूबसूरत जगह का नाम है हर्षिल।
हरी-भरी पहाड़ियों से सजा और भागीरथी नदी के किनारे बसा यह छोटा सा शहर परियों के देश जैसा लगता है। यह दिल्ली से 460 किमी और हरिद्वार से लगभग 260 किमी दूर है। यहां के प्राक्रतिक सौंदर्य को देखते ही बनती है, पूरी घाटी में नदी नालों और जल प्रपातों की भरमार है।
यहां 3100 मीटर की ऊंचाई पर गंगनानी क्यारकोटी नाम के खास पर्यटक स्थल हैं जहां पर्यटक विश्राम का ठिकाना बनाते हैं। इसके लिए अपने साथ टेंट, स्लिपिंग बैग और खाने की व्यवस्था रखनी पड़ती है। जो हर्षिल में पोर्टर के साथ आसानी से उपलब्ध हो जाती है। फूलों की खुशबू के बीच यहां रात बिताने का भी अपना आनंद है। यहां की भोर भी किसी कुदरती करिश्मे से कम नहीं होती। जब हिम शिखरों पर सूरज की पहली किरण पड़ती है, तो सफेद बर्फ से ढके शिखर भी स्वर्ण मुकुट से दिखते हैं।
इस घाटी के सघन देवदार के वन मनमोहक हैं यहां इन वृक्षों की छाँव तले आप अपनी थकान चुटकी में मिटा सकते हो। यहां जलद्री नदी और भागीरथी नदी के संगम तट पर प्राचीन हरि मंदिर है। विश्र्व प्रसिद्ध हर्षिल में पर्यटकों के रुकने और खाने की पूरी व्यवस्थाएं हैं। हर्षिल से बमुश्किल एक किमी दूरी पर स्थित बगोरी गांव में लकड़ी के बने घर अपनी सुंदरता बिखरते हैं। आप इन घरों में होम स्टे के तहत रुक सकते हैं। इस गांव के ग्रामीण जाड़, भोटिया और बौद्ध समुदाय के हैं।
उत्तरकाशी से हर्षिल की दूरी 75 किमी है। उत्तरकाशी से हर्षिल के लिए आसानी बस, टैक्सी व मैक्स मिल जाती हैं। हवाई अड्डा- जॉली ग्रांट एअरपोर्ट तक आप बाईयर आ सकते हैं वहा से आप बस अथवा कार से आसानी जा सकते हैं। जॉली ग्रांट से हर्षिल की दूरी 254 किलोमीटर हैं। ऋषिकेश से उत्तरकाशी 160 किमी है। ऋषिकेश पहुंचकर आप आसानी ने हर्षिल के लिए रवाना हो सकते हैं।
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