पीएम नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात कर उत्तराखंड में भारी बारिश की वजह से हुए नुकसान की जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने प्रदेश को हर आवश्यक सहयोग दिए जाने के प्रति आश्वस्त किया है। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री जी को वस्तुस्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में कुछ स्थानों पर नुकसान हुआ है। शासन प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।
लगातार हो रही बारिश से उत्तराखंड में दो दिन जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है इस दौरान कई जगहों से जनहानि की सूचनाएं भी मिली। कुमाऊं में बारिश का सबसे ज्यादा कहर देखने को मिला जहां बारिश की वजह से 15 से ज्यादा लोगों की मौत की सूचना है।
नैनीताल जिले के धारी ब्लाक के चौखुटा गांव में बारिश के दौरान मजदूरों की झोपड़ी पर रिटेनिंग दीवार गिर गई। हादसे में पांच मजदूरों की मौत हो गई। जबकि एक को मलबे से जिंदा निकाल लिया गया है। अभी ओर भी मजदूरों के दबे होने की संभावना है। उधर, खैरना में झोपड़ी में पत्थर गिरने से दो लोगों की मौत की खबर है। अल्मोड़ा के भिकियासैंण में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आने से दो बच्चे मलबे में दब गए। जिनके शव बरामद कर लिए गए हैं। अभी भी मलवे में एक व्यक्ति के दबे होने की खबर है। जबकि महिला को सुरक्षित ग्रामीणों ने बाहर निकाला।
बता दें कि सोमवार को भूस्खलन के मलबे में दबकर लैंसडौन के पास समखाल में मां, बेटी समेत तीन लोगों की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए। नेपाल के रहने वाले यह सभी लोग समखाल में एक होटल के निर्माण में लगे हुए थे। उधर, चंपावत जिले के सेलाखोला गांव में मलबे में दबकर मां और बेटे की मौत हो गई थी।
प्रदेश में भारी बारिश की वजह से कई आवासीय मकानों, कई सड़कों और पुलों को भी नुकसान हुआ है। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम में पहुंचकर प्रदेश में भारी बारिश से हुए नुकसान की जानकारी ली है। मुख्यमंत्री ने राहत व बचाव कार्यों के संबंध में जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं।