केदारनाथ धाम में कुछ लोगों ने अवैध तरीके से पैदल मार्ग पर अस्थाई रूप से अतिक्रमण किया था। अतिक्रमण के चलते पैदल चलने वाले तीर्थयात्रियों को भारी परेशानियों से गुजरना पड़ रहा था।
प्रशासन की ओर से व्यापारियों को कई बार दुकानों को हटाने के लिए कहा गया, मगर व्यापारियों ने प्रशासन की एक नहीं सुनी और दुकानों का संचालन करते रहे। इसके बाद प्रशासन की ओर से व्यापार संघ से बात की गयी।
व्यापार संघ की ओर से प्रशासन से समय मांगा गया, मगर व्यापार संघ की ओर से मांगे गये समय के तहत भी दुकानों को नहीं हटाया गया। ऐसे में प्रशासन की ओर से कड़ा कदम उठाते हुए बुधवार को केदारनाथ पैदल मार्ग पर बिना अनुमति के संचालित सभी दुकानों को हटा दिया गया है।
इन व्यवसायियों के लिए केदारनाथ में हेलीपैड के नजदीक हाॅट बाजार का निर्माण किया गया है। इस बाजार में लगभग पचास दुकानें बनाई गई हैं, जिनमें स्थानीय व्यापारियों को व्यापार करने की अनुमति दी जायेगी।
अभी तक केदारनाथ के व्यापारियों ने अवैध तरीके से पैदल मार्ग के दोनों किनारे दुकानें खोली गयी थी। स्थानीय व्यापारी चाहते थे कि इस यात्रा काल के बचे हुए सीजन में पुरानी जगह पर ही दुकाने चलने दी जांय, लेकिन प्रशासन ने अवैध अतिक्रमणकारी दुकनदारों को हटा दिया है।
उप जिलाधिकारी गोपाल सिंह चैहान ने बताया कि केदारनाथ पैदल मार्ग पर अवैध तरीके से अस्थाई दुकानों का संचालन किया जा रहा था, जिसमें 60 से 70 दुकानों को हटा दिया गया है। इन व्यवसायियों को हाॅट बाजार में शिफ्ट किया गया है।
पूर्व में व्यापार संघ ने समय मांगा था, लेकिन समय समाप्त होने के बाद जिलाधिकारी के निर्देश पर अतिक्रमण को हटा दिया गया है। वहीं पुलिस उपाधीक्षक अभय कुमार ने कहा कि कुछ व्यक्तियों ने बिना अनुमति के पैदल मार्ग पर दुकान खोली थी।
इन दुकानों के कारण तीर्थयात्रियों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। साथ ही दूर से केदारधाम भी नजर नहीं आता है। इन लोगों ने दुकानों को हटाने के लिए समय मांगा था, मगर दुकानों को नहीं हटाया। ऐसे में प्रशासन की ओर से कार्रवाई की गयी है। अब अवैध तरीके से पैदल मार्ग पर दुकानों का संचालन नहीं होने दिया जायेगा। ')}