गंगोत्री हाईवे पर हुए वाहन हादसे में मृत ग्रामीणों के अंतिम दर्शन के दौरान जिला अस्पताल में हर किसी की आंख नम थी। केदारघाट पर एक बार में ज्यादा शवदाह की स्थिति नहीं होने पर पांच-पांच कर मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया।
भूस्खलन की चपेट में आने से हुए वाहन हादसे में मृत सभी 14 ग्रामीणों का पोस्टमार्टम कर शव मंगलवार को परिजन के सुपुर्द कर दिए गए। अंत्येष्टि से पूर्व मृतकों के अंतिम दर्शन के लिए जिला अस्पताल में लोगों की भारी भीड़ पहुंची।
काल के गाल में समाए अपने प्रियजनों के दर्शन के लिए न सिर्फ भंकोली गांव बल्कि समूची असी गंगा घाटी के ग्रामीण अस्पताल पहुंचे। मौके पर पहुंचे गंगोत्री विधायक गोपाल रावत, डीएम डा. आशीष चैहान, पूर्व विधायक विजयपाल सजवाण, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, चार धाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष सूरतराम नौटियाल, नेमचंद चंदोक, हरीश डंगवाल, भाकपा नेता महावीर प्रसाद भट्ट, उक्रांद के विष्णुपाल रावत, मनमोहन शाह, त्रिभुवन सिंह, दिग्विजय नेगी, प्रदीप भट्ट आदि तमाम लोगों ने शोकाकुल परिवारों को ढांढस बंधाया।
एसडीएम देवेंद्र नेगी शवों के अंतिम संस्कार की व्यवस्थाएं कराने में जुटे रहे। हादसे में मृत राधा और पायल को जल समाधि दी गई और रवाड़ा नाल्ड निवासी वाहन चालक सतवीर रजवार का अंतिम संस्कार गंगोरी स्थिति पैतृक घाट पर किया गया। इनके अलावा शेष मृतकों की अंत्येष्टि केदारघाट पर की गई।
घाट पर जगह की कमी के चलते हादसे में मृत दो सगे भाइयों सोबेंद्र और विरेंद्र के शव एक ही चिता पर जलाए गए। इस दौरान घाट के निकट स्थित डिपो पर लकड़ी कम पड़ने पर प्रशासन ने तत्काल वन निगम से दो गाड़ी भरकर लकड़ियों की व्यवस्था करायी।
डिपो इंचार्ज डीसीएस राणा ने बताया कि मृतकों के अंतिम संस्कार के लिए 70 क्विंटल लकड़ी की व्यवस्था प्रशासन की ओर से करायी गई। सोमवार को गंगोत्री हाईवे पर हुए हादसे में 14 लोगों की मौत के बाद मंगलवार को असी गंगा घाटी एवं गंगोरी क्षेत्र में मातम पसरा रहा।
क्षेत्र में सभी दुकानें बंद रहीं। हादसा स्थल के नजदीक भटवाड़ी के लोगों ने भी बाजार बंद रखकर हादसे पर शोक जताया। वहीं चालक सतवीर रजवार की मौत पर शोक जताते हुए भटवाड़ी रोड टैक्सी यूनियन ने मंगलवार को टैक्सी वाहनों का संचालन बंद रखा। यूनियन के अध्यक्ष दीनानाथ नौटियाल ने शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। ')}