पहाड़ की बेटियों का पहाड़ जैसा जज्बा, उत्तरखंड की पांच ऐसी पुलिस अधिकारी बेटियां जो बन रही हैं मिसाल, उत्तराखंड में बढ़ते क्राइम पर इनका शिंकजा कसा है, जिन क्षेत्रों में ये महिला अधिकारी हैं, वहां पर अफराधी इनसे कांपते हैं, आज महिला दिवश के मौके पर हम आपको इन जाबाज महिलाओं के बारे में आपको बताने जा रहे हैं।
नवेदिता कुकरेती-
देहरादून में बतौर एसएसपी का पदभार संभाल रही निवेदिता ने अपने मंसूबों को पहले ही दिन बता दिया था। जब वो कुर्सी पर बैठने के तुरंत अगले दिन मॉर्निंग वॉक के लिए निकलीं लेकिन उस वॉक में भी उन्होंने शहर का जायजा लेकर कई पुलिसकर्मियों को फटकार लगा दी थी। एसएसपी ने साफ कर दिया है कि वो शहर को अपने तरीके से चलाएंगी और किसी भी कीमत में वो लापरवाही बर्दाशत नहीं करेंगी। निवेदिता कुकरेती 2008 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। अभी वो देहरादून जिले की कानून व्यवस्था को मजबूत बनाये हुए हैं, देहरादून में हुए एटीएम स्कीनिंग मामले में अफराधियों तक पहुँचने से लेकर, विभिन्न कार्यकर्मो का सफलता पूर्वक आयोजन में नवेदिता की रणनीति छुपी है।
तृप्ति भट्ट-
वर्तमान में तृप्ति भट्ट चमोली जिले की पुलिस हेड ऑफिसर हैं, जब से उन्होंने चमोली जिले में एसपी अधिकारी का कार्यभार संभाला जिले में अफराध पर एकदम से पावंदी सी लग गयी है। कुमारी तृप्ति भट्ट का शालीन व्यक्तित्व, कर्मठ स्वभाव और कार्य क्षेत्र में उपलब्धियां उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक मिसाल है। सिविल सेवा परीक्षा में प्रथम प्रयास में ही सफलता हासिल कर 2013 में काफी कम आयु में ही अधिकारी के रूप में पुलिस सेवा में आ गयीं। देहरादून ऋषिकेश में काम करते हुए उन्होंने अपनी बहादुरी का लोहा मनवाया है।
सरिता डोभाल-
देहरादून के ग्रामीण क्षेत्र की पुलिस अधिकारी सरिता डोभाल किसी दबंग ऑफिसर से कम नहीं हैं इनकी एसपी ग्रामीण देहरादून पर तैनाती हुई है। सरिता डोभाल प्रांतीय पुलिस सेवा के 2005 के बैच की अधिकारी हैं। इससे पहले सरिता एसपी कोटद्वार थी। कोटद्वार में जो उन्होंने काम किया उसके लिए वो याद किये जाती हैं, कहा जा रहा है कि सरिता के काम को देखकर ही पुलिस महकमे ने उन्हें कोटद्वार से राजधानी बुलाया था।
निहारिका भट्ट-
होनहार और नई-नई पुलिस अधिकारी निहारिका भट्ट कुछ समय पहले ही डायरेक्ट आईपीएस अधिकारी बनीं है और फिलहाल कोतवाली ऋषिकेश की प्रभारी हैं। कम उम्र और पहले दिन से अपने काम को लेकर गंभीर दिखने वाली भट्ट के पास उस आध्यात्मिक ऋषिकेश की जिम्मेदारी है जिस ऋषिकेश में देशी-विदेशी पर्यटकों का रोजाना जमघट लगा रहता है। साथ ही ऋषिकेश अतिक्रमण और भू-माफियों के जाल में फंसा है ऐसे हैं दबंग पुलिस अधिकारी अफराधियों के लिए दुश्मन बन बैठी है। निहारिका को ऋषिकेश की जिम्मेवारी लिए 6 महीने हो चुके हैं और ऋषिकेश में होने वाले अफराद में 50% की कटौती हुई है।
श्वेता चौबे-
श्वेता चौबे एक ऐसा नाम जिससे पिछले कुछ दिनों में हर कोई परिचित हो गया है। प्रांतीय पुलिस सेवा और (2005) बैच की अधिकारी चौबे को हाल ही में एसपी ग्रामीण के पद से हटाकर एसपी क्रॉइम के पद पर तैनाती की गयी है। चौबे के काम की तारीफ हाल ही में हाईकोर्ट ने आंचल पांधी केश में की थी। तेज़ तर्रार और अपराधियों पर मजबूत पकड़ रखने वाली श्वेता चौबे अपराधियों के लिए एक बड़ी मुसीबत हैं। वो एक कडक पुलिस अधिकारी हैं, लेकिन जब ये अधिकारी अच्छा काम करते हैं तो इन्हें कुछ राजनीतिक फायदे के लिए तबादला किया जाता है जो कि आज के समय सबसे बड़ी समस्या है।
हमने यहाँ पर सिर्फ पांच महिला अधिकारीयों का जिक्र किया है, लेकिन उत्तराखंण्ड में कई जाबाज महिला अधिकारी और भी हैं, जो अपने काम के दम पर नाम रोशन कर रही हैं जया बलोनी, मोनिका भारद्वार और भी कई महिला अधिकारी हैं जो अपने अच्छे कामों के लिए पहचानी जाती हैं। ')}