उत्तराखंड के लक्ष्य सेन ने इंडिया ओपन के एकल स्पर्धा का ख़िताब अपने नाम कर लिया है। विश्व चैम्पियनशिप के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य सेन ने रविवार को इंडिया ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। फाइनल मुकाबले में लक्ष्य का सामना सिंगापुर के लोह कीन येह से हुआ। लक्ष्य ने कीन यू को खिताबी मुकाबले में सीधे सेटों में 24-22, 21-17 से हराकर शानदार जीत हासिल की। लक्ष्य, प्रकाश पादुकोण और श्रीकांत किदांबी के बाद इंडिया ओपन खिताब जीतने वाले सिर्फ तीसरे भारतीय पुरुष एकल खिलाड़ी हैं। पादुकोण ने 1981 में जबकि श्रीकांत ने 2015 में यह खिताब जीता था।
उत्तराखंड के रहने वाले लक्ष्य सेन की इस शानदार जीत पर प्रदेश के गणमान्य लोगों ने उन्हें बधाई दी है। बता दें कि लक्ष्य पिछले कुछ समय से खासकर बड़े मंचों पर शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं, दिसंबर 2021 में, लक्ष्य ने स्पेन में हुई विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था। सेमीफाइनल में लक्ष्य को श्रीकांत किदांबी ने 21-17, 14-21, 17-21 से हराया था। उसके बाद उत्तराखंड सरकार ने उन्हें सम्मानित भी किया था।
कौन हैं लक्ष्य सेन-
लक्ष्य का जन्म 16 अगस्त, 2001 को उत्तराखंड राज्य के अल्मोड़ा में हुआ। पहाड़ी राज्य में जन्में लक्ष्य के परिवार में बैडमिंटन की परंपरा रही है। उनके बड़े भाई चिराग सेन भी अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी हैं और उनके पिता डीके सेन राष्ट्रीय स्तर के कोच हैं। लक्ष्य के कौशल को उनके पिता ने कम उम्र में ही पहचान लिया था और उन्हें प्रकाश पादुकोण बैडमिंटन अकादमी में भेज दिया, जहां से उन्होंने अंडर-15 और अंडर-19 में उम्दा प्रदर्शन किया। 2016 में बैंकॉक में खेली गई एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में लक्ष्य ने कांस्य पदक जीतकर सबको प्रभावित किया। 2018 में लक्ष्य ने एशिया जूनियर चैंपियनशिप में अपना पहला स्वर्ण पदक जीता। 2019 में जापान के युसुके ओनोडेरा को हराकर 2019 में अपना पहला BWF वर्ल्ड टूर खिताब जीता। जर्मनी में सारलोरलक्स ओपन में पहला स्थान हासिल करने के बाद अपना दूसरा BWF वर्ल्ड टूर खिताब जीता।