मेलाधिकारी दीपक रावत, जिलाधिकारी सी रविशंकर, पुलिस महानिरीक्षक संजय गुंजयाल ने आज महाशिवरात्रि पर्व स्नान की दृष्टि से मेला नियंत्रण भवन(सी0सी0आर0) के सभागार में एक समीक्षा बैठक की।
मेलाधिकारी ने बैठक में सम्बन्धित अधिकारियों को सफाई व्यवस्था को दुरूस्त करने, घाटों में चेन व टाइल्स की उचित व्यवस्था, आस्था पथ पर पानी की समुचित व्यवस्था करने, सड़कों के किनारे पड़े मलबे को हटाने, शौचालयों की समुचित व्यवस्था करने, सड़कों में प्रकाश की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिये।
दीपक रावत ने जल निगम के अधिकारियों को निर्देश दिये कि महाकुम्भ क्षेत्र में पानी की कहीं पर बिल्कुल भी कमी नहीं होने चाहिये। उन्होंने कहा कि जहां-जहां धूल उड़ने की सम्भावना है, वहां-वहां पर पानी का छिड़काव किया जाये। उन्होंने कहा कि पानी की कहीं पर भी लीकेज दिखाई नहीं देनी चाहिये।
मेलाधिकारी ने अधिकारियों को मेला क्षेत्र से अवैध अतिक्रमण हटाने, अण्डर ग्राउण्ड के जो तार कटे हैं, उन्हें ठीक करने, स्नान पर्वों के दिन स्नेक कैप्चर की समुचित व्यवस्था करने, घाटों पर जो चेंजिंग रूम खराब हैं, उन्हें हटाते हुये उनके स्थान पर नये चेंजिंग रूम स्थापित करने तथा आपसी तालमेल से सभी कार्य सम्पन्न करने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी सी0 रविशंकर ने बैठक में कहा कि अधिकारियों के बीच में संवादहीनता की स्थिति नहीं आनी चाहिये। उन्होंने कहा कि सभी सेक्टरों में क्वीक रिस्पांस टीम होनी चाहिये। उन्होेंने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेटों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने सेक्टर में यह सुनिश्चित कर लें कि कहीं कोई कमी तो नहीं है, अगर हैं, तो उसे तुरन्त दूर किया जाये।
सी0 रविशंकर ने कहा कि कोविड मैंनेजमेंट महत्वपूर्ण बिन्दु है। हमें इस पर भी ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि हमें एम्बुलेंस की व्यवस्थाओं का एक ट्रायल भी करना होगा। कोविड सैम्पलिंग का जिक्र करते हुये उन्होंने कहा कि प्रत्येक सैम्पलिंग टीम के साथ दो होम गार्ड के जवान तैनात किये जायेंगे।
उन्होंने कहा कि कोविड केयर सेण्टर भी पूरी तरह से तैयार रहने चाहिये। उन्होंने कहा कि प्रत्येक दुकान, धर्मशाला, होटल आदि में कोविड एप्रोप्रियेट विहैवियर का पूरा पालन होना चाहिये। उन्होंने कहा कि कण्ट्रोल रूम में एस0ओ0पी0 के अनुसार एक डेडीकेटेड हेल्प डेस्क होना चाहिये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि साइनेज, पार्किंग आदि की व्यवस्था 11 तारीख तक पूरी हो जानी चाहिये।
जिलाधिकारी ने नगर निगम की साफ-सफाई की व्यवस्था पर नाराजगी प्रकट की तथा सेक्टर मजिस्ट्रेटों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने सेक्टर में साफ-सफाई की व्यवस्था पर पूर्ण रूप से ध्यान दें, क्योंकि यहां पर पूरे देश व विदेश से श्रद्धालु आयेंगे।
उन्होंने कहा कि मेले से जितने भी लोग जुड़े हैं, उनकी एक टेलीफोन डायरेक्टरी होनी चाहिये, ताकि अधिकारियों के बीच अच्छा तालमेल बना रहे। उन्होंने अधिकारियेां से कहा कि इलेक्ट्रिक सेफ्टी व फायर सेफ्टी को गंभीरता से लेना है। उन्होंने कहा कि स्नान पर्वों में स्वयं सेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका है।