रुद्रप्रयाग के तिनसोली गांव के शहीद देवेंद्र सिंह राणा का पार्थिव शरीर गुप्तकाशी हेलीपैड से उनके घर तीनसोली के लिए रवाना हो गया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शहीद जवान को गुप्तकाशी में अंतिम सलामी दी। उन्होंने घुसपैठियों के मंसूबों को नाकाम करने वाले शहीद जवान देवेंद्र सिंह की पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।
गढ़वाल सांसद तीरथ सिंह रावत व केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने भी शहीद देवेंद्र को श्रद्धांजलि दी, जिसके बाद शहीद का पार्थिव शरीर उनके गांव के लिए सेना के वाहन से ले जाया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड वीर जवानों की भूमि है, सरकार शहीद के परिवार के साथ खड़ी है। इस अवसर पर जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल, पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह , सी एम ओ डॉ एस के झा सहित अन्य लोग उपस्थित थे।
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में घुसपैठियों के मंसूबों को नाकाम करते हुए उत्तराखण्ड के दो वीर जवान देवेंद्र सिंह और अमित कुमार शहीद हो गए। इनमें रुद्रप्रयाग जिले के तहसील बसुकेदार के तिनसोली निवासी देवेंद्र सिंह राणा पुत्र भोपाल सिंह राणा शहीद हो गए। शहीद का पार्थिव शरीर मंगलवार को गुप्तकाशी पहुंचा, जिसके बाद उनके शव को उनके पैतृक गांव के लिए रवाना कर दिया गया है, सैनिक सम्मान के साथ भीरी में शहीद का अन्तिम संस्कार किया जायेगा।
शहीद देवेन्द्र की मां चीत्कार कर रही है तो पिता अपने शहीद बेटे की शहादत पर मातम मना रहे हैं। उन्हें इस बात का गर्व भी है कि उनका बेटा देश सेवा करते करते शहीद हो गया। कुपवाड़ा में शहीद हुए देवेंद्र सिंह (39) की शहादत की खबर जैसे ही प्राप्त हुई, समूचे क्षेत्र में मातम पसर गया। जहां मां की आंखें पुत्र के गम में रो रो कर लाल हो चुकी हैं, वहीं वृद्ध पिता के आंसू भी थम नहीं रहे हैं। देवेन्द्र की मां कुंवरी देवी तो बाहर की ओर टकटकी लगाए देख रही हैं और ग्रामीणों से पूछ रही है कि मेरा बेटा जरूर वापस आएगा।
')}