उत्तरी कश्मीर के केरन सेक्टर में सीमा पार से आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ को भारतीय जवानों ने विफल कर दिया और 9 आतंकियों को मार गिराया। आतंकियों से लोहा लेते हुए उत्तराखंड के दो वीर जवान समेत कुल 5 जवानों ने अपनी शहादत दी। इन वीर सपूतों में एक रुद्रप्रयाग जिले के तहसील बसुकेदार, तिनसोली गांव निवासी 4 पैराशूट कमांडो देवेंद्र सिंह राणा पुत्र गोपाल सिंह राणा भी थे। देवेंद्र के शहीद होने की खबर सुनते हैं उनके गांव में शोक की लहर है। देवेंद्र सिंह ने उत्तराखंड की सैन्य बलिदान की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए सर्वोच्च बलिदान देते हुए परिवार, गांव, जिले, उत्तराखंड और अपनी गौरवशाली पलटन का नाम रोशन किया है। सेना मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, उनके पार्थिव शरीर अंतिम संस्कार के लिए गांव लाया जा रहा है। सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार भीरी में होगा। विधायक मनोज रावत और स्थानीय लोगों ने सैनिक की शहादत को सलाम किया है।
बता दें कि उत्तरी कश्मीर के केरन सेक्टर में सीमा पार से आतंकवादी घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे, खराब मौसम और ऊंची पहाड़ियों के बावजूद सेना के जवानों ने घुसपैठियों का रास्ता रोका, इस दौरान दोनों ओर से जमकर फायरिंग हुई, जिमसे 5 घुसपैठिए मारे गए लेकिन सेना के पांच जवान भी शहीद हो गए। शहीद जवानों में उत्तराखंड के पौड़ी जिले के विकासखंड कल्जीखाल के कोला गांव निवासी अमित अंथवाल भी देश के लिए कुर्बान हो गए। अमित अंथवाल दो बहिनों का इकलौता भाई था और इन दिनों उनके घर में उनकी शादी की तैयारियां शुरु हो गई थी, अक्टूबर माह में उनकी शादी होनी थी लेकिन, वो देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देकर सदा के लिए अमर हो गए। उनकी शहादत की खबर आते ही उनके घर पर मातम छा गया। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।