उत्तराखंड की मिटटी में देश पर मर मिटने वाले लाल पैदा होते रहे हैं। कई कहानियां और किस्से ऐसे वीर सपूतों के आपने भी देखे और सुने होंगे, शहादत की इन्ही किस्से कहानियों में एक किस्सा और जुड़ गया है। पौड़ी जिले के विकासखंड कल्जीखाल के कोला गांव निवासी अमित अंथवाल पुत्र श्री नागेंद्र प्रसाद देश के लिए कुर्बान हो गए। अमित अंथवाल दो बहिनों का इकलौता भाई था और इन दिनों उनके घर में उनकी शादी की तैयारियां शुरु हो गई थी, अक्टूबर माह में उनकी शादी होनी थी लेकिन, वो देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देकर सदा के लिए अमर हो गए। उनकी शहादत की खबर आते ही उनके घर पर मातम छा गया। पूरे क्षेत्र में शोक की लहर है।
अमित की कुछ समय पहले ही सगाई हुई थी। पांच अप्रेल देर रात को उनकी शहीद होने की खबर आई, शहीद होने से पहले सेना के जवानों के साथ उन्होंने 9 आंतकियों को मौत के घाट उतार दिया। इस दौरान उन्हें आंतकियों की गोली लग गई और वो शहीद हो गए। सैनिक के पार्थिव शरीर को सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा उनके पैतृक गांव लाया जाएगा। बता दें कि उत्तरी कश्मीर के केरन सेक्टर में सीमा पार से आतंकवादी घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे, खराब मौसम और ऊंची पहाड़ियों के बावजूद सेना के जवानों ने घुसपैठियों का रास्ता रोका, इस दौरान दोनों ओर से जमकर फायरिंग हुई, जिमसे 5 घुसपैठिए मारे गए लेकिन सेना के पांच जवान भी शहीद हो गए। इलाज के दौरान चार जवानों ने देर रात को दम तोड़ दिया, जिसमे उत्तराखंड के दो जवान शामिल थे, उत्तराखंड से शहीद दूसरा जवान देवेंद्र सिंह (रुद्रप्रयाग तिनसोली गांव) हैं।