कहते हैं न कि, विश्वास और आस्था के आगे कुछ भी नहीं। यही विश्वास और आस्था हमें भगवान के दर पर भी खींच ले आती है, इसे रोकने का प्रयास भी करें तो भी कुछ जरूरी जिद के आगे कुछ न कुछ समाधान भी निकालना ही पड़ता है। ऐसे ही एक वाकये की बात यहां पर कर रहे हैं।
23 मई 2021 को जनपद रुद्रप्रयाग एवं जनपद पौड़ी की सीमा सिरोबगड़ पर नियुक्त पुलिस कर्मचारियों का सामना एक युवती से हुआ। यूं तो कोविड काल चल रहा है, और हर किसी को रोका जा रहा है, जरूरी चेकिंग, सैम्पलिंग इत्यादि करवाने के बाद जनपद सीमा में प्रवेश करने दिया जा रहा है। जिनसे पुलिस कर्मियों का सामना हुआ ऐसा मामला पहला पहली बार आया, जिसका विवरण इस प्रकार से है इन युवती से नाम पता वगैरह पूछा गया तो उनके द्वारा अपना परिचय खुशबू जायसवाल पुत्री श्री विश्वनाथ जायसवाल निवासी भाटपार रानी, जिला देवरिया,उत्तर प्रदेश के रूप में दिया गया।
उनसे यहां तक आने का कारण पूछा गया तो उनके द्वारा बताया गया कि, वे श्री केदारनाथ एवं गौरीकुण्ड की यात्रा पर आयी हैं। उनसे कोविड के दृष्टिगत फिलहाल यात्रा बन्द होने का हवाला देकर आगे जाने से स्पष्ट मना किया गया। परन्तु उनके द्वारा जिद की गयी कि, उन्हें जाना ही जाना है। इस जिद का कारण पूछने पर उनके द्वारा बताया गया कि, उनके पिताजी श्री विश्वनाथ जी वर्तमान में कैंसर बीमारी से ग्रसित हैं जो कि दिल्ली एम्स में भर्ती हैं तथा उनके किन्हीं रिश्तेदारों के द्वारा गौरीकुण्ड का अमृत (तप्त कुण्ड का जल) उनके पिताजी को दिया गया, जिससे उनके पिताजी का कैंसर लेवल 36 प्रतिशत से घटकर एक प्रतिशत पर आ गया है, इसलिए वह वहां जाकर अमृत जल (तप्त कुण्ड का जल) लेकर जाना चाहती है। यह सब उनकी आस्था और भगवान पर विश्वास का परिणाम है कि, उनके अनुसार गौरीकुण्ड तप्त कुण्ड का जल उनके लिए लाभकारी साबित हुआ है।
इनकी इन सभी बातों को सिरोबगड़ बैरियर पर ड्यूटी पर नियुक्त वरिष्ठ उपनिरीक्षक विजेन्द्र सिंह कुमाईं, द्वारा धैर्य से सुना गया तथा उनको आश्वस्त किया गया कि, वे यहां से आगे तो नहीं जा सकती हैे, परन्तु यदि तुम्हें इतनी श्रद्वा और विश्वास है तो तप्तकुण्ड के जल का प्रबन्ध कराया जायेगा।
फिर उनके द्वारा उक्त युवती को कलियासौड़ में रात्रि प्रवास की व्यवस्था करायी गयी। तत्पश्चात उनके द्वारा उपरोक्त सम्पूर्ण घटनाक्रम चौकी प्रभारी गौरीकुण्ड योगेश कुमार से साझा करते हुए एक बोतल तप्तकुण्ड का जल भिजवाये जाने का अनुरोध किया गया दूसरे दिन प्रातःकाल चौकी प्रभारी गौरीकुण्ड द्वारा एक बोतल तप्तकुण्ड का जल रुद्रप्रयाग भिजवाया गया। जल प्राप्त होने पर कोतवाली रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा यह जल उक्त युवती खुशबू जायसवाल को दिया गया।
जल प्राप्त होने पर उक्त युवती अत्यधिक प्रसन्न हुई तथा इनके द्वारा जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस परिवार का आभार प्रकट किया गया उपरोक्त सम्पूर्ण घटनाक्रम किसी के भगवान के प्रति आस्था और अगाध प्रेम को प्रदर्शित करने वाला रहा है, जनपद रुद्रप्रयाग पुलिस द्वारा वर्तमान में प्रचलित कोविड नियमों का पूरा ध्यान रखते हुए उक्त युवती की मदद की गयी है।