देश के उत्तरी क्षेत्र उत्तरप्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश, हिमांचल प्रदेश और उत्तराखंड में शनिवार को अचानक आए आंधी-तूफान एवं ओलावृष्टि ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। वहीं अब तक अलग-अलग राज्यों से 15 से जादा लोगों के मारे जाने की खबर है, बिहार में औलावृष्टि इतनी खतरनाक थी कि केले की खेती तक तबाह हो गयी।
किसानों की खेत में लगे गेंहूँ की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी। जान माल का सबसे जादा नुक्सान बिहार में हुआ, वैशाली, सारण सहित मुजफ्फरपुर के सरैया और पारू प्रखंड के गांवों में भारी बारिश और औलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि की वजह से गेहूं, मक्का, सरसों की फसल सहित आम, लीची को भी काफी नुकसान पहुंचा है। इतना ही नहीं यहाँ लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
बिहार में अब तक 11 लोगों की जान जा चुकी है, सरकार की और से कहा गया है कि किसानो को भारी नुक्सान हुआ है, आम-लीची, गेहूं एवं दलहन की फसलों को क्षति पहुंची है। विस्तृत सर्वे कराया जा रहा है। दो से तीन सप्ताह के भीतर सभी प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इसके साथ ही आपदा प्रबंधन विभाग ने पूरे प्रदेश में अगले 24 घंटे की चेतावनी जारी की है। 14 जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर से लेकर पूर्वी भारत तक थंडर स्टॉर्म की स्थिति बनी हुई है। बिहार, पश्चिम बंगाल एवं झारखंड में अचानक कहीं भी बारिश एवं तेज आंधी-तूफान के हालात बन सकते हैं। उत्तरप्रदेश में भी पांच लोगों की मौत की खबर है वहीं मौसम को लेकर पुरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है।
हिमाचल प्रदेश में कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने से गेहूं की फसल को नुकसान हुआ है। उत्तर प्रदेश में किसानों को भारी नुकसान हुआ है इसके साथ मौसम विज्ञान ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले नौ और दस अप्रैल को तेज हवाएं चलने और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की गई है। फिलहाल उत्तराखंड के पहाड़ों जिलों में लगातार बारिश के चलते ठण्ड बढ़ गयी है। ')}