दून पुलिस की सराहनीय पहल भू-माफिया/धोखाधड़ी करने वाले वांछित अभियुक्तों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत पुलिस ने 5 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाले अभियुक्त को गिरफ्तार किया है। देहरादून में जमीनों से जुड़ें फ्रॉड कम होने का नाम नहीं ले रहे, अब ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस ने विशेष अभियान चलाया हुआ है।
जानकारी के अनुसार, अभियुक्त मोहनलाल पुत्र पूरन चंद निवासी गुड़गांव हरियाणा ने फर्जी पावर ऑफ अटॉर्नी के आधार पर थाना राजपुर रोड़ साई मन्दिर के पास स्थित 32 बीघा जमीन को अपना बताया और अनिल भाटी पुत्र महाराज भाटी निवासी गुड़गांव हरियाणा को बेचकर 12 करोड़ रुपए की दो रजिस्ट्री करवाई।
इसमें उसने अनिल भाटी से 5 करोड रुपए हड़प लिए और बाद में गायब हो गया। उन्होंने थाना राजपुर में मुकदमा दर्ज किया, जिसके बाद थानाध्यक्ष राजपुर के नेतृत्व में गइठित पुलिस टीम द्वारा समय-समय पर गैर प्रांत दिल्ली, गुड़गांव, हरियाणा में अभियुक्त के मस्कन वह संभावित स्थानों पर दबिश दी गई परंतु अभियुक्त लगातार गिरफ्तारी से बचता रहा व अभियुक्त द्वारा दिया गया पता छोड़कर कहीं अन्यत्र चला गया।
अभियुक्त द्वारा स्वयं व परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल नंबर बंद कर दिए और अपना पता बदल बदल कर निवास करने लगा, इस पर पुलिस अधीक्षक नगर द्वारा अपने पर्यवेक्षण में पुनः टीम को ठोस सुराग पता रस्सी कर अभियुक्त को गिरफ्तार करने के निर्देश दिए गए।
जिस पर गठित पुलिस टीम द्वारा गुड़गांव में रहकर अभियुक्त मोहनलाल उपरोक्त की ठोस सुराग रस्सी व पता रस्सी करते हुए अभियुक्त को 10 दिसम्बर की शाम को लक्ष्मी बाजार, विजय पार्क, गुड़गांव हरियाणा से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त पूर्व में भी अन्य धोखाधड़ी के मामलों में जेल जा चुका है। अभियुक्त के आपराधिक की इतिहास की जानकारी की जा रही है।
14 लाख की धोखाधड़ी वाला धरा-
नेहरू कालोनी पुलिस द्वारा जमीन बेचकर 14 लाख की धोखाधड़ी करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। शनिवार को उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। जानकारी के अनुसार, कैंट रोड मोथरोंवाला निवासी मनोज बिष्ट के खिलाफ मीना देवी पत्नी बलवंत सिंह निवासी ग्राम मैखुरा कर्णप्रयाग चमोली 14 लाख की जमीन की धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।
महिला ने तहरीर में बताया था कि उन्होंने मोथरोंवाला में 14 लाख की जमीन दिखाकर रजिस्ट्री करवाई थी। इसके बदले 14 लाख रुपये मीना ने मनोज को दिए। कुछ दिनों के बाद मीना देवी और परिवार के लोग जमीन पर कब्जा लेने के लिए पहुंचे तो पता चला कि यह जमीन किसी और की है।
पुलिस ने इस मामले जब आरोपी के घर पर दबिश दी तो वह फरार हो गया था लेकिन पुलिस ने 11 दिसम्बर को आखिरकर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को शनिवार को कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया।