द्रौपदी मुर्मू की जीत का औपचारिक ऐलान नहीं हुआ है लेकिन उनका भारत की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनना तय हो गया है। द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने के साथ ही उनके आवास के बाहर जश्न का माहौल है उनके पैतृक स्थान ओडिशा के रायरंगपुर में लोग जश्न मना रहे हैं।
द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद का चुनाव जीत गई हैं। तीसरे चरण की गिनती के बाद मुर्मू के पक्ष में 577777 वोट पड़े। जबकि यशवंत सिन्हा के पक्ष में 261062 वोट मिले। इस तरह यशवंत सिन्हा ने भी हार मान ली है उन्होंने मुर्मू को जीत की बधाई दी है। मुर्मू को उम्मीद से ज्यादा वोट मिले हैं। 100 से ज्यादा विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की है। असम और झारखंड में जबरदस्त क्रॉस वोटिंग हुई।
मुर्मू को बधाई देने वालों का तांता लग गया है सोशल मीडिया पर भी बधाई संदेशों की बाढ़ आ गई है बधाई देने वालों में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल समेत कई नेता हैं। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव में प्रभावी जीत दर्ज करने पर द्रौपदी मुर्मू को बधाई। वे गाँव, गरीब, वंचितों के साथ-साथ झुग्गी-झोपड़ियों में भी लोक कल्याण के लिए सक्रिय रहीं हैं।आज वे उनके बीच से निकल कर सर्वोच्च संवैधानिक पद तक पहुँचीं। यह भारतीय लोकतंत्र की ताक़त है।
बता दें वर्तमान राष्ट्रपति के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल शाम 5:30 बजे से दिल्ली के होटल अशोका में निवर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए विदाई रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे।