उत्तराखंड में सोमवार रात बारिश ने खूब कहर भरपाया चमोली जिले में भुकंप के झटके महसूस किये गए जिसके बाद लोगों में दहसत फ़ैल गयी। हालाँकि इस भूकंप से कोई नुक्सान की खबर नहीं है।
भारी बारिश और बादल फटने से चमोली घाट के धुर्मा कुंडी गांव में मालवा घुस गया। जिसका पानी घरो में चला गया जिसके बाद गाँव वालों ने डर में रात गुजारी। भूस्खलन से कई मार्ग बंद हो गये । चमोली के डीएम आशीष जोशी ने मंगलवार और बुधवार को जिले के समस्त शासकीय और गैर शासकीय, प्राथमिक, उच्च प्राथमिक, उच्चतर माध्यमिक, इंटर कॉलेजों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश की घोषणा कर दी है।
भारी बारिश और हाईअलर्ट को देखते हुए केदारनाथ धाम की यात्रा रोकी गई है। यात्रियों को सोनप्रयाग और गौरीकुंड में रोका गया है। प्रशासन के अनुसार यहां करीब 250 यात्री रुके हैं जिन्हें बारिश रुकने के बाद दर्शन करने की इजाजत दी जायेगी। बद्रीनाथ यात्रा शुचारू रूप से चल रही है लेकिन ऋषिकेश से यात्रिओं का पंजीकरण रोक दिया गया है।
देहरादून में भी बारिश ने खूब आफत मची जगह जगह पानी भरने के अलावा राजपुर रोड के आर्यनगर में रिस्पना नदी से पूरी सड़क कट गयी। जिससे वहां आस पास के मकानों को खतरा पैदा हो गया है। हरीद्वार में गंगा का जल स्तर खतरे के निसान तक पंहुच चूका है जबकि अभी 2 दिन और बारिश होनी है। इसलिए चेतावनी जारी कर दी गयी है। देहरादून के सहस्रधारा में नदी उफान से तीन दुकानें बह गई। गैरसैंण में स्कूल मलबा से भर गया।
खबर के मुताबित दूध ले जाने वाला वाहन टिहरी झील में समा गया जिसके बाद पुलिस की टीम ने रेस्क्यू चलाया वहां से एक शव बरामद हुआ है। बारिश के कारण अगले 2 -3 दिन मुस्किल भरे रह सकते हैं ।
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