चमोली के जोशीमठ विकासखंड के रिंगी गांव की रहने वाली सोनी बिष्ट ने देहरादून में मशरूम गर्ल दिव्या रावत से मशरूम की ट्रेनिंग लेने के बाद ओयस्टर मशरूम उगाया है। सोनी नें अपने परिवार के सहयोग से घर के एक बडे हाॅलनुमा कमरे में ओयस्टर मशरूम के 300 बैग से अपने मशरूम मिशन की शुरुआत की। अब इन बैगो से तैयार मशरूम को वो बाजार में बेच चुकी है। जिससे सोनी काफी उत्साहित है।
अब वो 200 बैगो में ओर मशरूम उगाने की सोच रही है। पौडी में सोनी ने पहले मशरूम के लिए मार्केट सर्वे किया। तब जाकर मशरूम की पहली फसल पौडी के बाजार में उपलब्ध कराई। सोनी का सपना पौडी को मशरूम सिटी बनाना है और लोगों को इससे जोडना। ताकि लोग रोजगार के लिए महानगरों की जगह अपने गावों में रोजगार सृजन करें।
सोनी के माता पिताजी गांव में खेती करते हैं। तीन महीने पहले ही सोनी की शादी पौडी के आदित्य पंवार रावत से हुई। अंग्रेजी विषय में एम ए की डिग्री प्राप्त सोनी वर्तमान में बीएड भी कर रही है। लेकिन सोनी का सपना हैं कि वो समाज के लिए कुछ कर सकें ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका बैनिफिट्स मिल सके। शादी के बाद सोनी को ससुराल में भी पति और पूरे परिवार का हर कदम पर सहयोग मिल रहा है। परिणामस्वरूप सोनी के सपनों को उम्मीदों के पंख लग गये।
सोनी नें शादी से पहले मायके और शादी के बाद ससुराल में पलायन की पीड़ा को करीब से देखा और जाना है। सोनी का मायका चमोली जिले के जोशीमठ विकासखंड के रिंगी गांव में है। जो तपोवन नीती घाटी में बसा है। इस घाटी को देश की द्वितीय रक्षा पंक्ति भी कहा जाता है। यह घाटी आजादी के 70 साल बाद आज भी मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रही है।
रोजगार और बेहतर भविष्य के लिए लोगों नें इस घाटी से बडे पैमाने पर पलायन किया। सोनी नें पढ़ाई के दौरान पलायन के दर्द को बेहद करीब से महसूस किया है। जिस वजह से सोनी नें मन में पलायन को खत्म करने की ठान ली थी। 12 वी के बाद सोनी पौडी आ गयी और अपनी बुआ के यहाँ से आगे की पढ़ाई की। इस दौरान सोनी नें पौडी में भी पलायन के दर्द को महसूस किया। शादी के बाद पौडी सोनी का ससुराल बना। पलायन रोकने के लिए सोनी नें देहरादून में मशरूम बिटिया दिव्या रावत से मशरूम की ट्रेनिंग ली और इस साल ओयस्टर मशरूम उगाया।
बैंक से कर्ज लेकर सोनी बिष्ट रावत इस ओर एक प्रयास कर रही है। भले ही ये अभी एक छोटी सी कोशिश हो लेकिन सोनी के हौंसले और ज़िद पहाड़ जैसी है। उम्मीद की जानी चाहिए की आनें वाले समय में उनका ये प्रयास फलीभूत हो और पौडी मशरूम सिटी के लिए जाना जाय। लोगों को रोजगार के अवसर मिले और पलायन रूक सके।
संजय चौहान भाई जी की फेसबुक वाल से
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