एक शिक्षित और सुयोग्य ग्राम प्रधान अपने गाँव, जिले या राज्य का नाम देशभर में कैसे रोशन कर सकता है, या यूं कहें कि देश के विकास में एक ग्राम प्रधान की क्या भूमिका होती है इसका सटीक उदाहरण धारी (पल्ली) की निवर्तमान ग्राम प्रधान श्रीमती हेमलता डोभाल ने दिया है। जिन्होंने अपने बेहतरीन नेतृत्व से न सिर्फ़ गाँव का विकास किया बल्कि उनकी ग्राम पंचायत धारी (पल्ली) को दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार के लिए भी चयनित किया गया है, जोकि उत्तरकाशी समेत उत्तराखंड के लिए बहुत गर्व की बात है।
दीन दयाल उपाध्याय पंचायत शसक्तीकरण पुरस्कार के लिए उत्तराखंड के चार गाँव (कुसौली, धारी, बमराड़ व डाकपत्थर) चयनित किए गए हैं। जिन्हें अक्टूबर में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के द्वारा पुरस्कृत किया जाएगा। ग्राम पंचायत धारी प्रधान हेमलता डोभाल को उत्तराखंड में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है जिन्होंने कि अपना कार्यकाल बहुत अच्छा निभाया है। 2014 में धारी गांव के ग्रामीणों ने हेमलता को अपने गांव का निर्विरोध प्रधान बनाया। उस समय गांव की स्थिति काफी खराब थी। गांव के 50 फीसद घरों में शौचालय नहीं थे। तब हेमलता ने ग्रामीणों को अपने घरों में शौचालय बनवाने के लिए प्रेरित किया। इसके अलावा बच्चों के लिए खेल मैदान, गांव में आने वाले लोगों के लिए सार्वजनिक शौचालय, फसल की सुरक्षा के लिए सुरक्षा दीवार बनाई। घरों से निकलने वाले गंदे पानी के लिए सोख्ता पिट बनवाए तो हर मोहल्ले में सौर ऊर्जा की लाइटें लगी हैं उन्होंने हर परिवार को कूड़ेदान दिए तथा उनका नियमित उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। कूड़ा निस्तारण के लिए गांव में ही एक ट्रेचिंग भवन बनाया। इसके अलावा उन्होंने गांव के रास्तों को भी सुन्दर रूप दिया जिसकी चारों और तारीफ होती है।
हेमलता डोभाल जी को अक्टूबर माह में प्रधान मंत्री द्वारा पुरस्कार से नवाजा जाएगा आपको बता दे की निवर्तमान प्रधान जी ने अपने पांच वर्षीय कार्य काल मे जो गांव का विकास किया है वह बहुत ही सराहनीय है। इस पुरस्कार के लिए चयनित होने पर न केवल गांव में बल्कि क्षेत्र में भी ख़ुशी का माहौल बना हुआ है।