हिमाचल के पहाड़ की साक्षी कोछर देश में सबसे कम उम्र की पायलट बनी हैं। साक्षी ने 10वीं की पढ़ाई परवाणू से पूरी कर 12वीं की पढ़ाई सरकारी मॉडल सीनियर सैकेंडरी स्कूल चंडीगढ़ से की। साक्षी ने 10 वर्ष की उम्र में पायलट बनने का मन बना लिया था परंतु विदेश से पायलट की ट्रेनिंग लेने का खर्च लगभग 70 लाख रुपए था।
उन्होने मुंबई के स्काइलाइन एविएशन क्लब से कमर्शियल पायलट बनने की ट्रेनिंग ली। 4 महीने की इस ट्रेनिंग के बाद साक्षी को क्लब ने यू. एस.ए नामित प्रशिक्षण केंद्र के साथ उन्नत उड़ान प्रशिक्षण के लिए डेप्युट किया साक्षी अब देश की सबसे कम उम्र की कमर्शियल पायलट लाइसेंस होल्डर बन चुकी हैं। आमतौर पर इस लाइसेंस को हासिल करने के लिए 18 महीनों का प्रशिक्षण होता है। जरूरत महसूस होने पर इसे छह माह तक और बढ़ाया जा सकता है। साक्षी से पहले मैत्री पटेल ने 11 महीनों में ही सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने के बाद लाइसेंस हासिल किया था। लेकिन साक्षी ने इस लाइसेंस को 7 महीने में हासिल कर लिया।
आज के इस आधुनिक युग मे युवतियां भी युवको से पीछे नही हैं। ये बात साक्षी कोछर ने साबित कर दिखाई है साक्षी देश की सबसे कम उम्र की कमर्शियल पायलट लाइसेंस होल्डर बन गई हैं। जिसके बाद उनके परिवार और पूरे पहाड़ में ख़ुशी की लहर है।