अगर आपके पास अटल आयुष्मान कार्ड नहीं हैं, तो आपको सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए और ज्यादा शुल्क देना होगा। जी हाँ मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट बैठक में अस्पतालों में इलाज की दरों को संशोधित किया गया है।
कार्ड न होने पर ओपीडी फीस तीन गुना देनी होगी, जबकि भर्ती शुल्क आठ गुना तक बढ़ जाएगा। अभी जिला अस्पताल में 23 रूपये ओपीडी फीस थी जो बढ़कर 60 रूपये हो गई है । लेकिन आपके पास अटल आयुष्मान कार्ड है तो आपको मात्र 30 रूपये देने होंगे ।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ओडीपी फीस 12 रूपये की जगह 40 रूपये होगी। आयुष्मान कार्ड धारक को 20 रूपये शुल्क पड़ेगा । इसी तरह जिला अस्पताल में भर्ती शुल्क 30 रूपये की जगह 240 रूपये हो गया है। आयुष्मान कार्ड धारक को 100 रूपये भर्ती शुल्क देना होगा ।
जिन लोगों के पास अटल आयुष्मान कार्ड हैं उन्हें अस्पतालों में केवल ओपीडी और भर्ती होने का पैसा चुकाना है। उसके बाद उन्हें निशुल्क पैथोलॉजी व रेडियोलॉजी जांच की सुविधा दी जाएगी। इसके अलावा अल्ट्रासाउंड शुल्क 471 की जगह अब 700 रुपये तो मेडिकोलीगल फीस 237 के बजाय 250 रुपये कर दी गई है।
सरकार ने निशुल्क इलाज के लिए अटल आयुष्मान कार्ड की शर्त जोड़कर राज्य के बाहर के लोगों के लिए इलाज महंगा किया है। इस दायरे में राज्य के वे लोग भी आएंगे जिन्होंने अभी तक आयुष्मान कार्ड नहीं बनाए हैं। ऐसे लोगों को कार्ड वाले मरीजों की तुलना में ओपीडी से लेकर भर्ती, जांच के बदले ज्यादा पैसे चुकाने पड़ेंगे।
इसके अलावा एम्बुलेंस लेने पर अब मरीजों को पांच किमी तक कोई पैसा नहीं चुकाना होगा। पांच किमी की दूरी तक लिए जाने वाले शुल्क को समाप्त कर दिया है। पांच किमी तक के लिए अभी तक दस रुपये प्रति किमी के हिसाब से शुल्क लिया जाता था। पांच किमी के बाद प्रति किमी बीस रुपये की दर से शुल्क चार्ज किया जाएगा। पहले भी पांच किमी के बाद प्रति किमी बीस रुपये चार्ज लिया जाता था।
')}