स्कूल विद्या का मंदिर होता है लोग अपने बच्चों को न सिर्फ पढ़ने के लिए स्कूल भेजते हैं बल्कि इसलिए भी भेजते हैं कि वो अपनी जिंदगी में अच्छे अच्छे काम करें और स्कूल और माता पिता का नाम रोशन करें। लेकिन यहां तो पढ़ाई में गलती होने पर स्कूल प्रबंधन ऐसी सजा देता है कि बच्चों का मनोबल हमेशा के लिए ही टूट जाए।
खबर है कि हरिद्वार के लंढ़ोरा क्षेत्र अंतर्गत जेपी इंटर नेशनल स्कूल में कक्षा छह के बच्चों का अंग्रेजी का टेस्ट था बताया जा रहा है कि टेस्ट में तीन छात्राआें के नंबर अंग्रेजी में कम आये। इस पर अंग्रेजी की शिक्षिका भड़क गई। उसके बाद उसने सबसे पहले छात्राओं को कक्षा में बैंच पर खड़ा किया और उसके बाद प्रबंधन की ओर से तीनों छात्राआें को कपड़े उतारकर स्कूल परिसर में घुमाया। स्कूल में लड़के और लड़कियां दोनों पड़ते हैं।
यह खबर आस पास के इलाके और परिजनों तक आग की तरह फ़ैल गयी। और फिर ऐसा वबाल मचा जिसके बारे में स्कूल प्रबंधन ने सोचा भी नहीं होगा। स्कूल प्रबंधन ने ऐसी किसी घटना से इनकार करते हुए कहा कि स्कूल में ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है, सभी आरोप गलत हैं। लेकिन परिजनों का गुस्सा शांत नहीं हुआ और उन्होंने पुलिस चौकी में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ तहरीर दे दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
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