देहरादून: उत्तराखंड के एक और लाल मेजर विभूति कुमार ढौंडियाल की शहादत की खबर से पूरे प्रदेश में शोक की लहर दौड़ गई। वह 55 राष्ट्रीय राइफल्स में तैनात थे। अप्रैल 2018 में उनका विवाह फरीदाबाद निवासी निकिता कौल से हुआ था। निकिता कश्मीर विस्थापित परिवार से ताल्लुक रखती हैं और दिल्ली में नौकरी करती हैं। मेजर विभूति अपनी पत्नी निकिता से अप्रैल में शादी की पहली सालगिरह पर देहरादून आने का वादा कर जनवरी के पहले सप्ताह में ड्यूटी पर गए थे।
लेकिन वो पत्नी से किया ये वादा पूरा नहीं कर सके और इससे पहले वे देश के लिए कुर्बान हो गए, मेजर की पत्नी निकिता ने उनकी मां सरोज ढौंडियाल को उनके पैर में गोली लगने और अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी दी।
शाम करीब 5:30 बजे शहीद का पार्थिव शरीर सेना के विमान से जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचा था। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर देर शाम को उनके आवास पर लाया गया। वह तीन बहनों के इकलौते भाई थे। पिता स्व. ओमप्रकाश ढौंडियाल रक्षा लेखा प्रधान नियंत्रक (वायुसेना) देहरादून में ऑडिटर के पद पर तैनात थे।
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