j&k में शहीद हुए उत्तराखंड के वीर सपूत शहीद सूरज सिंह का उनके पत्रिक घाट पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस से पहले शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव फलोटा लाया गया गांव में शव पहुंचते ही महौल गमगीन हो गया।
उनका अंतिम संस्कार सैन्य सम्मान के साथ अलकंनदा और पिंडर नदी के संगम पर किया गया उनकी अंतिम यात्रा में हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी घर के सदस्यों का रो रो का बुरा हाल है माँ और बहिनों की आँखों में आंसू थमने का नाम ही नहीं है।
शहीद के परिवार को सांत्वना देने खुद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत भी कर्णप्रयाग संगम घाट पर पहुंचे। उन्होंने शहीद के शव को उनके पिता के साथ कन्धा दिया और जवान को श्रधांजलि अर्पित की।
शहीद सूरज सिंह तोपाल 50 आरआर (राष्ट्रीय राइफल) में जम्मूकश्मीर में तैनात थे। सात साल पहले ही सूरज देश की सेना में शामिल हुआ था। पांपोर से सटे संबूरा में आतंकियों से मुठभेड़ में फलोटा गांव का जवान शहीद सूरज सिंह तोपाल शहीद हो गया था सूरज सिंह तोपाल के पिता नारायण सिंह तोपाल देश की सेना में थे।
माता-पिता की आंखों का तारा और बहनों का लाडला सूरज अब आसमां में अनंत तारे की तरह जगमाएगा। परिवार अंदर से टूट गया है लेकिन फिर भी अपने बच्चे पर उन्हें गर्व है। सूरज सिंह तोपाल के इस बलिदान को देश हमेशा याद रखेगा जय हिन्द! ')}