लैंसडोन की रहने वाली कंचन जदली सोशल मीडिया के माध्यम से पहाड़ की संस्कृति व खूबसूरती को देश और दुनिया तक पहुंचा रही हैं। अपनी कला और मेहनत से कंचन ने पहाड़ की हर उन यादों को ताजा रखा है जो हर एक उत्तराखंडी के दिल में बसी हुई हैं।
एक छोटे से कार्टून और उस पर लिखी लाइन जिसे सोशल मीडिया पर ‘लाटि आर्ट’ के नाम से आपने भी जरूर देखा और पढ़ा होगा, दरअसल, इन कार्टून को बनानी वाली ‘लाटि’ कंचन जदली हैं। वह उत्तराखंड की सबसे मशहूर कार्टून आर्टिस्ट बन चुकी हैं।
लाटि ने गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ़ आर्ट चंडीगढ़ से पढ़ाई की है, लेकिन उसका बचपन पहाड़ों में बिता था जिस कारण उसे पहाड़ों से बेहद लगाव है। पहाड़ों के लिए अपने प्यार को उसने अपनी कला सरल कार्टून आर्ट के माध्यम से दर्शाना शुरू किया तो लाटि को भी अहसास हुआ कि क्यों नहीं वह अपनी संस्कृति के लिए काम करे बस फिर सरल कार्टून की मदद से उत्तराखंड के ख़ान-पान, वेशभूषा, बोलियाँ, पर्यटक आकर्षण, संगीत, लोककथाएँ, साहित्य और इतिहास जैसे देवभूमि के विविध विषयों को कवर करके आगे बढ़ाने लगी। आज लाटि सोशल मीडिया पर चर्चित आर्टिस्ट हैं।
कंचन का इंस्टाग्राम पर ‘लाटि आर्ट’ के नाम से पेज है। साथ ही वह फेसबुक, व्हाटसएप और यूट्यूब के माध्यम से भी पहाड़ों की संस्कृति को सरल ढंग से ज़्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाती हैं। इतना ही नहीं वह ऑनलाइन वेबसाइट latiart.com के माध्यम से अपनी आर्ट को बिजनेस मॉडल भी दे रही हैं। उन्होंने हाल ही में पहाड़ी कला से सजे मग ऑनलाइन माध्यम से बाजार में उतारे हैं जिसे लोगों द्वारा काफी प्रोत्साहन मिल रहा है। वास्तव में कंचन ने अपनी कला और हुनर से लोगों को अपनी संस्कृति की और आकर्षित किया है, उनकी प्रतिभा बिलकुल अलग है, प्रेणादायक है।