शनिवार को देहरादून स्थित आईएमए में हुई पासिंग आउट परेड में उत्तराखंड के 37 कैडेट सेना में अफसर में बने इन्ही में से एक थे हल्द्वानी के बिठौरिया आदर्श कॉलोनी निवासी दीपक सिंह बिनौली। उन्होंने पासिंग आउट परेड में गोल्ड मेडल और ब्रिगेड ऑफ गार्ड्स मेडल अपने नाम किया।
दीपक के जज्बे और हिम्मत को लोग भी सलाम कर रहे हैं, सिर्फ 21 साल की उम्र में पासिंग आउट परेड के कमांडर दीपक सिंह को 9 कुमाऊं रेजिमेंट की मदर यूनिट में लेफ्टिनेंट पद पर कमीशन मिला है। उनके पिता त्रिलोक सिंह भी 9 कुमाऊं रेजिमेंट में हवलदार पद से वर्ष 2017 में रिटायर हो चुके हैं। बेटे के अपनी ही रेजिमेंट में लेफ्टिनेंट बनने पर पिता का सीना गर्व से चौड़ा हो गया। दीपक के पिता का कहना है जिस तरह से वे देश सेवा के लिए सीमा पर मुस्तैद रहे उसी तरह से दीपक भी देश सेवा में अपना योगदान देगा, मुझे अपने बेटे पर गर्व है।
बता दें कि दीपक की इस कामयाबी के पीछे बचपन से ही उनकी उनकी लगन और मेहनत है। उनकी प्राथमिक शिक्षा अल्मोड़ा स्थित आर्मी पब्लिक स्कूल से हुई। मन में देश सेवा की ललक होने के कारण उन्होंने घोड़ाखाल सैनिक स्कूल और नेशनल मिलिट्री स्कूल बेंगलुरू की प्रवेश परीक्षा एक साथ उत्तीर्ण की। छठी से आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने बेंगलुरू मिलिट्री स्कूल को चुना और 2016 में उनका चयन एनडीए के लिए हो गया।
उन्होंने इस परीक्षा में देशभर में 16वीं रैंक प्राप्त की, यहां वे रोमियो स्क्वाड्रन के स्क्वाड्रन कैडेट कैप्टन रहे। आईएमए देहरादून में एक साल की कड़ी ट्रेनिंग के बाद शनिवार को पासिंग आउट परेड के बाद सेना में शामिल हो गए, उन्होंने परेड का नेतृत्व किया। उनकी इस कामयाबी