भारत सरकार के वन एवं पर्यावरण मंत्रालय की फाॅरेस्ट एडवाइज़री कमेटी द्वारा सौंग बांध परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई है। देहरादून की सौंग बांध परियोजना को पर्यावरणीय स्वीकृति प्रदान करने के लिये मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का आभार व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब इस बहुप्रतीक्षित महत्वपूर्ण परियोजना पर कार्य आरम्भ होने में कठिनाई नहीं होगी। उन्होने फेसबुक पर ख़ुशी जाहिर करते हुए कहा कि करीब 1100 करोड़ की लागत वाली सौंग बांध पेयजल परियोजना के डिजाइन को केंद्रीय जल आयोग पहले ही मंजूरी दे चुका है।
देहरादून शहर को 24 घंटे पेयजल उपलब्ध करवाने और रिस्पना नदी को पुनर्जीवन देने वाली यह योजना हमारी सरकार की अति महत्वपूर्ण परियोजनाओं में शामिल है। मूल रूप से सौंग नदी पर बनने वाले इस बांध की ऊंचाई करीब 148 मीटर है और इससे छह मेगावाॅट तक बिजली उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है।
इस परियोजना से 2050 तक की देहरादून शहर व उसके उपनगरीय क्षेत्रों की अनुमानित आबादी को ग्रैविटी आधारित पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। ऊर्जा उत्पादन में भी इससे मदद मिलेगी। सिंचाई के लिये पानी की उपलब्धता से कृषि उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा। इस परियोजना के लिये नीति आयोग से वित्तीय मदद का आग्रह किया गया है।