बेटी बचाओ बेटी पढाओ अभियान के तहत बेहतर लिंगानुपात और जागरूकता सृजन के लिए पांच राज्यों और 9 जिलों को सम्मानित किया गया। हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश को जन्म के समय लिंगानुपात में सुधार के लिए सम्मान मिला। जन्म के समय बेहतर लिंगानुपात के लिए नौ जिलों को सम्मानित किया गया। इनमें अरुणाचल प्रदेश के पूर्वी कामेंग, महेंद्रगढ़ और हरियाणा के भिवानी, उत्तराखंड के उधम सिंह नगर, तमिलनाडु के नमक्कल और महाराष्ट्र के जलगाँव जिले शामिल हैं।
इनके अलावा स्मृति ईरानी ने दस जिलों को ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ योजना के बारे में जागरुकता फैलाने तथा इसे बेहतर तरीके से लागू करने के लिए भी पुरस्कृत किया। इनमें हिमाचल प्रदेश के मंडी, शिमला और सिरमौर, तमिलनाडु का तिरुवल्लूर, गुजरात का अहमदाबाद, जम्मू-कश्मीर का किश्तवाड़, कनार्टक का गडग, नागालैंड का वोखा, उत्तर प्रदेश का फरुर्खाबाद और राजस्थान का नागौर शामिल है।
महिला और बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, देश ने पिछले 5 वर्षों में 918 से 931 तक राष्ट्रीय लिंगानुपात में उल्लेखनीय 13 अंक की छलांग लगाई है। समारोह में केन्द्रीय मंत्री ने पांचों राज्यों के प्रधान सचिवों और आयुक्तों और नौ राज्यों के 10 जिलों के जिला मजिस्ट्रेटों और उपायुक्तों को जन्म के समय लिंग अनुपात में लगातार सुधार के लिए सम्मानित किया।