उत्तरकाशी के डुंडा ब्लॉक के एक गांव में किशोरी की गैंगरेप के बाद हत्या किए जाने से स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। रविवार को उत्तरकाशी में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए रविवार शाम तक गढ़वाल के पांच पर्वतीय जिलों में इंटरनेट सेवा अस्थायी रूप से बंद रखी गयी।
पुलिस मुख्यालय ने प्रदेशभर में सोशल मीडिया पर निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं। अभी तक कई संदिग्धों से पुलिस पूछताछ कर चुकी है, मगर कोई सफलता नहीं मिली है। डीआईजी गढ़वाल अजय रौतेला ने बताया कि उत्तरकाशी, टिहरी, चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी जिले में इंटरनेट सेवा बंद करा दी गई है ताकि सोशल मीडिया पर इस घटना के संबंध में कोई गलत मैसेज वायरल न हो।
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उन्होंने कहा कि कई मामलों में देखा गया है कि गलत मैसेज वायरल होने से कानून व्यवस्था को संभालना मुश्किल हो जाता है और पुलिस जांच से भटक जाती है। रौतेला ने बताया कि पुलिस जिस तरह से मामले की जांच कर रही है, उससे जल्द ही आरोपियों के गिरफ्त में आने की संभावना है। ग्रामीणों की सूचना पर कैंपटी क्षेत्र से चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
हालांकि, अभी तक इस संबंध में कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिले हैं। इस घटना को देखते हुए पूरे राज्य में सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही है। अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) अशोक कुमार ने बताया कि प्रदेश के सभी पुलिस प्रभारियों को इस संबंध में निर्देश जारी किए गए हैं। फेसबुक, व्हाट्सएप और सोशल मीडिया के अन्य माध्यमों पर लगातार नजर रखी जा रही है। खुफिया विभाग और एलआईयू को भी सक्रिय रखकर मामले में इनपुट जुटाने को कहा गया है ताकि जांच जारी रहे और कानून व्यवस्था भी न बिगड़ने पाए। ')}