लॉकडाउन की वजह से देहरादून में फंसे टिहरी के 369, उत्तरकाशी के 238, पौड़ी के 403, चमोली के 316, अल्मोड़ा के 75, बागेश्वर के 45, चंपावत के 19, हरिद्वार के 193, नैनीताल के 132, पिथौरागढ़ के 89, रुद्रप्रयाग के 212, ऊधमसिंह नगर के 87 लोगों को सरकार ने घर भेजने की तैयारी कर ली है।
देहरादून में फंसे इन लोगों को प्रशासन ने फोन पर जानकारी दे दी है। साथ ही इन सभी लोगों की लिस्ट परिवहन विभाग को सौंप दी है। आदेश मिलते हैं बसों से इन लोगों को उनके गांव तक पहुंचा दिया जाएगा। सरकार ने जो डाटा तैयार किया है उसके अनुसार, देहरादून में 2178 छात्र-छात्राओं समेत कई लोग फंसे थे जिन्हे उनके घर भेजने की तैयारी पूरी कर ली गई है। देहरादून रेड जोन में है इसलिए यहां से फंसे हुए लोगों को ग्रीन जोन में भेजने के लिए केंद्रीय गाइडलाइन के तहत व्यवस्था की जा रही है।
अन्य जिलों में फंसे लोगों को भी मिलेगी राहत-
मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने अधिकारियों को इस सम्बन्ध में निर्देश दिए हैं कि एक जिले से दूसरे में सामान्य आवाजाही को लेकर सशर्त अनुमति दी जाए। जो लोग लंबे समय से गृह जिले से बाहर दूसरे जिले में फंसे उन लोगों को सबसे पहले राहत दी जाए। रेड कैटेगिरी से ग्रीन कैटेगिरी वाले जिले में जाने के लिए केंद्रीय गाइडलाइन के तहत व्यवस्था बनेगी।
राज्य सरकार पर लगातार इस बात को लेकर भी दबाव बना हुआ है कि अंतरजनपदीय यात्रा को सरल बनाया जाय लेकिन केंद्रीय गाइडलाइन आड़े आ रही थी। लेकिन अब आप इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। अनुमति केवल आवश्यक कार्य या फिर मेडिकल कारणों से मिलती है। नई व्यवस्था के तहत आवेदन करने वालों की डाक्टरी जांच करवाई जाएगी। मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने बताया कि ग्रीन जोन में एक जनपद से दूसरे जनपद में जाने के लिए सामान्य व्यवस्था बनाई जा रही है, सभी का हेल्थ चेकअप करने की व्यवस्था होगी।