‘लॉकडाउन’ का सीधा सा मतलब तालाबंदी होता है। लॉक डाउन की स्थिति में उस क्षेत्र के लोगों को घरों से निकलने की अनुमति नहीं होती है। उन्हें सिर्फ दवा या अनाज जैसी जरूरी चीजों के लिए बाहर आने की इजाजत मिलती है। लेनदेन के लिए आप बैंक से पैसा निकालने के लिए भी जा सकते हैं। लेकिन उत्तराखंड में देखा गया कि कुछ लोग लॉक डाउन का अर्थ अभी भी नहीं समझे, अनावश्यक कार्य के लिए सड़कों पर निकल पड़े। इसके बाद पुलिस को चालान के साथ गाड़ियां सीज की और जमकर लाठियां भी भांजी।
देहरादून के घंटाघर पर जाम लग गया मजबूरन लोगों के चालान काटने पड़े कई जगह शराब की दुकान पर पहुंचे कुछ युवकों पर पुलिस ने लाठियां फटकारी तो कहीं पुलिस लोगों को समझाती रही, रसोई गैस लेने के लिए लोगों ने लाइन लगा दी, सब्जी मंडी में भीड़ रही, राशन की दुकानों पर भीड़ देखकर समझ सकते हैं कि लोग कहीं इस तरह भीड़ लगाकर मौत तो नहीं खरीद रहे। लॉकडाउन के बाद भी इस तरह की भीड़ देखकर शासन-प्रशासन भी सतर्क हो गया।
मुख्यमंत्री ने दिया निर्देश-
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उच्चाधिकारियों के साथ बैठक के उपरान्त मीडिया के साथ अनौपचारिक वार्ता में आमजन से लाॅक डाउन में अपनी सहभागिता निभाने का अनुरोध किया। उन्होंने सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि इटली जैसे देश ने घुटने टेक दिए हैं। हमें उनसे सबक लेने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि अभी हम इससे बचे हुए हैं और हम ऐसी दिशा-निर्देशों का पालन कर के हम ऐसी स्थिति आने से बच सकते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग लाॅक डाउन का पालन नहीं कर रहे हैं, आवश्यकता पड़ने पर सख्ती भी की जाएगी। इसके लिए ढांचा तैयार करते हुए लोवर लेवल तक इसके लिए टास्क फोर्स का गठन करके इसे नियंत्रित किया जाएगा। लॉक डाउन का सख्ती से पालन हो इसके लिए कल सुबह 7 से 10 बजे तक तक ही, चुनिंदा दुकानें खुली रहेंगी। उसके बाद सभी दुकानें बंद रहेंगी। प्राइवेट वाहनों पर भी रोक रहेगी।
उत्तराखंड में चौथा मामला सामने आया-
इस बीच उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण का एक और मामला भी सामने आया है। दून अस्पताल में भर्ती अमेरिकी नागरिक में कोरोना की पुष्टि हुई है। अब प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या चार हो गई है। जैसे कि हम सभी जानते हैं कि कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने का अभी तक कोई पुख्ता इलाज सामने नहीं आया है। इससे बचने का एक ही रास्ता है कि आप खुद को संक्रमित व्यक्ति से बचाव करें। देश में जिस तरह से लगातार संक्रमित व्यक्तियों की तादाद बढ़ रही है उसे देखते हुए आप अन्य लोगों के संपर्क में नहीं आएं।
क्या होता है लॉक डाउन में–
- किसी भी व्यक्ति को अपने घर से बाहर निकलने की इजाज़त नहीं होती।
- जिले की समस्त सीमाएं सील कर दी जाती हैं।
- जिले के सभी सरकारी, अर्ध सरकारी, बैंकिंग एवं वित्तीय संस्थान बंद रहेंगे।
- मेडिकल स्टोर और हॉस्पिटल को छोड़कर शेष समस्त व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद रहते हैं।
- केवल वही संस्थान ओपन रहते हैं जो जीवन के लिए आवश्यक हैं।
- राशन की दुकानें खुली रहेंगी।