देहरादून: बुधवार को वन रक्षक भर्ती परीक्षा में धोखाधड़ी के घोटाले में कथित संलिप्तता को लेकर राज्य लोक सेवा आयोग के अधिकारियों की बैठक हुई। जिसमे चर्चा की गई कि आरोपियों के खिलाफ जल्द ही कार्यवाही हो, अब तक संक्षिप्त जानकारी के अनुसार परीक्षा के दौरान प्रश्न हल करने में मदद करने के लिए कुलदीप राठी नाम के शख्स ने उम्मीदवारों से पैसे लिए थे। पौड़ी जिले की पुलिस ने उसे रुड़की से गिरफ्तार कर लिया है। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। सुधीर कुमार और मुकेश सैनी नाम के दो लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है।
पौड़ी एसएसपी दिलीप सिंह कुंवर बताया कि अभी जांच जारी है और कई और लोग भी इसमें शामिल हैं उनकी जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। गिरफ्तार आरोपित कुलदीप के बारे में एसएसपी ने बताया कि वह हरिद्वार जिले के नारसन कला का रहने वाला है। उसकी तैनाती राज्य लोक सेवा आयोग हरिद्वार में है। वर्ष 2019 में उसे आयोग में तैनाती मिली थी। वह दिसंबर माह से अवकाश पर था।
एसएसपी ने बताया कि कुलदीप वर्ष 2013 में एसएससी की परीक्षा में नकल करवाने के आरोप में जेल जा चुका है। वर्ष 2014 में उसके खिलाफ इस मामले में चार्जशीट दाखिल की गई है। बाद में सुबूतों के अभाव में वह बरी हो गया था। बता दें कि फारेस्ट गार्ड के 1213 पदों के लिए उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 16 फरवरी को राज्य के 360 केंद्रों पर परीक्षा कराई थी। पंजीकृत डेढ़ लाख अभ्यर्थियों में से 99 हजार 832 परीक्षा में सम्मिलित हुए। परीक्षा के दौरान ही हाईटेक तरीके से नकल कराने का पता चला। कई बेरोजगार युवा वनरक्षक भर्ती परीक्षा में धोखा देने का विरोध करते रहे हैं।