उत्तराखंड में अफराधिक मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है, नशे का गैरकानूनी कारोबार बड़ी मात्रा में फल फूल रहा है, ख़ास तौर पर स्कूल के बच्चों को टारगेट किया जा रहा है, यदि हम सभी घटनाओं का अध्यन गौर से करें तो हम लोग ही उसके जिम्मेदार हैं क्योंकि यहां पर अफराधिक घटनाओं में वो लोग सामिल हैं जिन्हें हम बिना पहचान के पनाह दे रहे हैं। हम किसी जाती विशेष की बात नहीं कर रहे बल्कि उन लोगों की बात कर रहे हैं जो हर जगह देवभूमि को बदनाम करने में लगे हुए हैं।
ताजा मामला सहसपुर थाने का है यहाँ पुलिस ने नशे की तस्करी के खिलाफ अभियान चला रखा है, इसकी के तहत पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है पुलिस ने उसके पास से बड़ी मात्रा में चरस बरामद की गई। जिसकी कीमत काफी जादा बाते जा रही है, इस चरस को वो स्कूल के बच्चों और सेलाकुईं में काम करने वाले मजदूरों को सप्लाई करता था।
पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर पूछताछ की है, जिसमे उसने अपनी पहचान नौशाद अली पुत्र रफान निवासी चोरखाला थाना सहसपुर बाताया, उसने बताया कि वह इस चरस को सहारनपुर के मिर्जापुर से यहां लाता था, वो वेल्डिंग का काम करता है जिसमे आमदनी जादा नहीं हो पाती जिसकी वजह से इसे ऐसा काम करना पड़ता है।
कुछ दिन पहले ही कोटद्वार में नकली नोट उत्तराखंड में चलाने वाले कुछ युवक गिरफ्तार हुए थे, उत्तराखंड के भोले भाले लोगों को लूटने के लिए गांव को निशाना बनाया जा रहा था लेकिन पुलिस ने उनकी इस मनसा पर पानी फिर दिया था। लोगों को पुलिस से इसी तरह की उमींदे हैं, हालांकि नशे के खिलाफ चमोली पुलिस के अलावा उत्तराखंड में अन्य जगह कम ही अभियान चलाये जाते हैं जिसके कारण अब हर जगह स्थिति नाजुक होती जा रही है। ')}