योग की जन्मस्थली उत्तराखंड में आजकल योग महोत्सव को लेकर ख़ासा उत्साह देखा गया, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज व इंटरनेशनल योग महोत्सव की निदेशक डॉ. साध्वी भगवती ने 70 घंटे लगातार योग कक्षाएं कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया है, इस काम के लिए स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज व साध्वी भगवती सरस्वती को पुरस्कृत किया गया है।
यह पुरुस्कार प्रदान करने के लिए ब्रिटेन के संसद सदस्य वीरेंद्र शर्मा व वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड के अध्यक्ष डॉ. दिवाकर सुकुल ऋषिकेश पहुंचे थे। एक मार्च से सात मार्च तक परमार्थ निकेतन में कई योग कक्षाओं के माध्यम से कई योग विधाओं का अभ्यास किया गया। योग के इस महोत्सव में देश विदेश के कई योग प्रेमियों ने हिस्सा लिया।
इस मौके पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने कहा कि योग भीतर और बाहर के पर्यावरण में संतुलन पैदा करता है। यहां पर योग महोत्सव का समापन नहीं, बल्कि हर दिल तक योग को पहुंचाने की यात्रा का आरंभ हुआ है। विश्व के 96 देशों से आए योग साधक, योग की जन्मस्थली से योग का बीज लेकर जाएं और पूरे विश्व को योगमय करें।
सूफी गायक कैलाश खेर भी ऋषिकेश आने के बाद ही अपने जीवन को बदल पाये थे, सम्मान समारोह में बाबा रामदेव भी मौजूद रहे। ')}