रुद्रप्रयाग जिले के दुरस्त गाँव बर्सू की व्यथा सुनाने के बाद DM मंगेश घिल्डियाल ने गांव का दौरा किया वो अपने परिवार के साथ गांव पहुंचे पहाड़ से पलायन रोकने और खाली हुए गांवों को फिर से आबाद करने के प्रयासों को मजबूती देने के लिए रुद्रप्रयाग के डीएम ऐसे गांवों का दौरा कर रहे हैं जो खाली है और यहां फिर रौनक लौटाई जा सकती है। बर्सू गांव भी पलायन की मार झेल रहा है और गांव की जमीन का बड़ा हिस्सा बंजर पड गया है।
डीएम ने कहा कि इस गांव को पुर्नजीवित करने के लिए मॉडल के रूप में बनाया जा सकता है। पहाड़ में स्वरोजगार की नई संभावनाओं के अनुरूप ही बर्सू गांव के लिए भी योजना बनाने के लिए डीएम ने काफी रुचि दिखाई। उन्होंने गांव में युवाओं की एक टीम को आगे आने को कहा।
डीएम ने कहा कि बंजर खेतों में सब्जी उत्पादन, मशरूम उत्पादन, डेयरी पालन के साथ ही कुक्कड़ और बकरी पालन के लिए विशेष काम होंगे। इच्छुक लोगों को काम के लिए प्रेरित करने के साथ ही सरकार की हर योजना का लाभ देने का प्रयास किया जाएगा। अच्छी नस्ल की गाय, भैस अनुदान पर दी जाएगी।
वन विभाग की मदद से बंजर जमीन पर फलदार वृक्ष भी लगाए जायेंगे, इसके अलावा फूल उत्पादन के लिए यहां की जमीन उपयुक्त है। जल्दी ही उद्यान, कृषि, पशुपालन, राजस्व, वन, सिंचाई आदि विभागों की संयुक्त टीम बर्सू गांव का निरीक्षण करेगी। इसके गांव वालों की इच्छानुसार फिर से इस गांव को आबाद करने के लिए कदम उठाये जायेंगे। ')}