उत्तराखंड के शहीद जवान दीपक नैनवाल की पत्नी ज्योति नैनवाल का उनके निवास स्थान सिद्ध पुरम कॉलोनी हर्रावाला में जोरदार स्वागत हुआ। कल ओटीए चेन्नई से पास आउट होकर लेफ्टिनेंट बनकर लौटी ज्योति के पति दीपक नैनवाल वर्ष 2018 में आतंकवादियों से लोहा लेते हुए कुलगाम जम्मू कश्मीर में शहीद हो गए थे। ज्योति नैनवाल ने विषम परिस्थितियों को दरकिनार करते हुए कड़ी लग्न एवं मेहनत से अपने सास-ससुर के सहयोग से यह मुकाम हासिल किया। उनके इस सफलता से उनके कॉलोनी वासियों को भी गर्व है।
देहरादून की गृहिणी और साधारण पारिवारिक पृष्ठभूमि से आने वाली नैनवाल का जीवन अपने सैनिक पति, नौ साल की बेटी लावण्या और सात साल के बेटे रेयांश के आसपास घूमता था नायक दीपक नैनवाल को 11 अप्रैल, 2018 को आतंकवादियों के साथ एक मुठभेड़ के दौरान गोली लगी थी और उन्हें दिल्ली में सेना के आरआर अस्पताल में भर्ती किया गया था। तब उनकी पत्नी ने उनकी देखरेख की थी।
बाद में दीपक को पुणे के अस्पताल में भेजा गया। वह 40 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहे और 20 मई, 2018 को उनकी मौत हो गई। दीपक की 2003 में महार रेजिमेंट में भर्ती हुई थी। उनकी अंतिम तैनाती जम्मू-कश्मीर में 1 राष्ट्रीय राइफल्स बटालियन के साथ थी।