तेंदुए का नाम लेते ही जेहन में खौफ भर जाता है। चलते हुए बीच रास्ते अगर तेंदुआ दिख जाए तो बड़े-बड़ों के होश उड़ जाते हैं। मगर उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक महिला अपनी देवरानी को खूंखार तेंदुए के पंजे से बचाने के लिए उससे भिड़ गई। महिला ने हिम्मत दिखा कर तेंदुए को भागने पर मजबूर कर दिया। तेंदुए के पंजे से दोनों को गंभीर चोटें आई,उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती किया गया। जहां उनकी हालत ठीक बताई जा रही है।
अल्मोड़ा जिले के हवालबाग क्षेत्र के पिलखा गांव में रविवार सुबह 24 वर्षीया पूजा और उनकी जेठानी 35 वर्षीय उमा देवी गांव के पास ही खेत में घास काटने गयी हुई थी। तभी पीछे से घात लगाकर बैठे तेंदुए ने अचानक घास काट रही पूजा पर पीछे से हमला कर दिया।
पूजा के चिल्लाने की आवाज सुनकर पास ही घास काट रही उसकी 35 वर्षीया जेठानी उमा देवी अपनी दरांती लेकर तेंदुए से भिड़ गयी। हडबडाहट में उनके हाथ से दंरान्ति छूट गयी लेकिन फिर भी वो बाघ से संघर्स करती रही।
महिलाओं की चिलाने की आवाज से गांव वालों ने भी शोर मचाते घटना स्थल की और दौड़े, जिसके बाद बाघ फरार हो गया जहां ये घटना हुई वहां देवी मां का मंदिर भी है। पूजा और उमा देवी दोनों के शरीर पर काफी घाव हुए हैं।
अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है, गांव में पिंजरा लगाने के आदेश दिए गए हैं जबकि वन विभाग की और से प्रत्येक महिला को 50000 रूपये सहायता राशि का एलान भी वन विभाग की और से किया गया है ')}