रुद्रप्रयाग जिले के गौण्डार निवासी 30 वर्षीय अरुण पंवार का पार्थिव शरीर रविवार को उनके गांव पहुंचा। जिसके बाद मधु गंगा के किनारे उनके पैतृक घाट पर गमगीन माहौल में सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान परिजनों और सेना के जवानों ने नम आखों से जवान को श्रद्धांजलि अर्पित की। सैनिक अरुण ने दिल्ली के आर–आर हास्पिटल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था।
जानकारी के अनुसार, कुछ समय पहले 4 गढवाल राफल्स में तैनात अरूण पंवार की डयूटी के दौरान तबियत खराब हो गयी थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लम्बे समय से इलाज के बाद उनकी तबियत में सुधार नहीं हुआ, शनिवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। सैनिक का गांव मद्महेश्वर के आखिरी पड़ाव में पड़ता है। वे घर में अपने पिता शिवशरण पंवार, भाई, पत्नी और दो वर्षीय बालिका को छोड़ चले गए। उनके निधन पर पूरे घर में मातम पसरा है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरी मदमहेश्वर घाटी ग़मगीन है।