भारत ने 18वें एशियाई खेलों में बजरंग पुनिया ने पुरुषों की 65 किलोग्राम भारवर्ग फ्रीस्टाइल स्पर्धा के फाइनल में जापानी पहलवान को मात देकर देश को जकार्ता-पालेमबांग एशियाई खेलों में पहला स्वर्ण दिलाया।
इससे पहले अपूर्वी चंदेला और रवि कुमार की जोड़ी ने निशानेबाजी की 10 मीटर एयर रायफल मिक्स्ड स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर भारत का खाता खोल चुके थे। अब सोमवार के दिन भारतीय खिलाडियों के कई मुकाबले हैं जिसमे बहुत सारे पदक आने की उम्मीद जताई जा रही रही है।
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आज स्वर्ण पदक दिलाने वाले बंजरंग पुनिया का एशियाई खेलों में ये दूसरा पदक है। इससे पहले उन्होंने साल 2014 में दक्षिण कोरिया के इंचियोन में आयोजित खेलों में रजत पदक जीता था। फाइनल में पुनिया ने जापानी पहलवान को 10-8 से मात दी। अठारहवें एशियाई खेलों में 65 किलो फ्रीस्टाइल कुश्ती में पीला तमगा जीतकर भारत को पहला स्वर्ण दिलाने वाले बजरंग पूनिया ने अपना पदक दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया।
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उन्होंने कहा, एशियाड में भारत ने कुश्ती में ज्यादा स्वर्ण नहीं जीते हैं। यह मेरे लिये बड़ी उपलब्धि है। योगेश्वर और राजिंदर सिंह के बाद एक साल में दो स्वर्ण (राष्ट्रमंडल और एशियाड) जीतने वाला मैं तीसरा पहलवान हूं और मुझे इस पर गर्व है। ')}