हरिद्वार में एक घर में एक ऐसे मामला सामने आया है जिसे जानकार आप हैरान रह जाओगे। घर में जब पुलिस ने दबिस दी तो इस बात का खुलासा हो पाया जानकारी के मुताबित हरीद्वार रानीपुर मोड़ स्थित पंचवटी कॉलोनी में हरीश शर्मा का परिवार रहता है उनके घर में उनकी पत्नी, बेटी और बेटा रहता है।
वर्ष 2013 में बेटी अदिति हरिहरानंद स्कूल की कक्षा दस की पढ़ाई कर रही थी। पेपर के दौरान अदिति की कंपाटरमेंट आ गई। पढ़ाई में कमजोर होने के कारण स्कूल में कम अंक मिले तो घर वालों ने पढ़ाई पर जोर देने का दबाव डाला। दबाव के कारण उनकी बेटी ने खुद को एक कमरे में कैद कर दिया हालाँकि वो खाने में अपनी मनपसन्द का मंगवाती थी।
बेटी को करीब 4 साल घर में इस तरह बंद रहने के हो गये थे। तो बेटा भी बहिन की राह पर चल पड़ा उसने भी डेड साल पहले कमरे में बंद होने का फैसला कर लिया और बहार निकलने का नाम ही नहीं लिया दिन में सोना और रात को जागने वाला काम हो गया। दोनों बच्चे घर से बाहर निकलना तो दूर, अपनी माँ तक को अपनी सकल नहीं दिखाते थे। उनके इस रवैये से उनकी माता भी परेसान थी लेकिन वो यही सोचती रही कि एक दिन तो सुधरेंगे।
पडोस के लोगों ने काफी समय से बच्चों को नहीं देखा तो उन्हें कुछ शक सा होने लगा जिसके बाद उन्होंने पुलिस से इस बात की सिकायत की। जिसके बाद जब पुलिस उनके घर पर पहुंची तो उनके पैरो तले जमीन खिसक गयी पहले तो पुलिस को अन्दर नहीं आने दिया लेकिन जब पुलिस ने जबरन घर की तलासी ली तो घर के ऊपर वाले कमरे में उनकी बेटी की आवाज निकली। उसके बाद दुसरे कमरे में बेटा भी कमरे में बंद मिला। काफी समय समझाने के बाद जब दोनों बाहर आये तो पुलिस ने बच्चों को अच्छे से समझाया जिसके बाद दोनों ने दुबारा से पढ़ाई शुरू करने की बात मानी। ')}