सरकार राजधानी देहरादून का नाम जल्द बदलनी वाली है। इस खबर ने जो पुरे प्रदेश में सोशल मीडिया पर बबाल मचाया वो किसी अफवाह से कम नहीं था। इसे एक तरह से सरकार के खिलाफ एक साजिस भी करार दिया जा सकता है। बिना जानकारी के ऐसी अफवाह फैलानी वाली मीडिया को नहीं बक्शा जाना चाहिए।
खैर इस सोशल मीडिया की अफवाह भरी खबरों के मुताबिक सरकार चार या सात अगस्त को देहरादून का नाम बदलकर कोई नया नाम रखना चाहती थी। हालांकि सरकार ने सोशल मीडिया में छायी इस अजीबोगरीब खबर को पूरी तरह फेक बताया । मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने साफ किया है कि सरकार का ऐसा कोई इरादा नही है। उन्होंने इस खबर की पूरी हवा निकालते हुए कहा कि देहरादून तो दूर की बात है वो किसी जिले के नाम को बदलने को लेकर भी सरकार का कोई इरादा नहीं है।
सायद आप लोगों को भी पता होगा कि देहरादून का नाम पहले भी बदला जा चूका है पौराणिक कथाओं के मुताबिक देहरादून का नाम द्रोणनगर था। पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य ने इस स्थान पर तपस्या की थी। देहरादून विश्व विख्यात नाम है इसलिए इसके नाम बदलने का सवाल ही पैदा नहीं होता। राज्य का नाम तो इसलिए बदला गया था कि इस नाम से आन्दोलन कारियों ने प्रदेश की मांग की थी वह नाम उनको बलिदान को याद करने के लिए जरूरी था।
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