जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से वार्ता कर उनके द्वारा किए जा रहे स्वरोजगार परक कार्यों, स्वरोजगार परक कार्यों से होने वाली आय तथा विभिन्न सरकारी योजनाओं के अंतर्गत मिलने वाले लाभों आदि के बारे में जानकारी ली!
जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम ग्राम भटेड़ी के कृषक लाल सिंह गोबाड़ी द्वारा चलाए जा रहे पोल्ट्री फार्म, मत्स्य तालाब एवं पॉलीहाउस का स्थलीय निरीक्षण किया! इस दौरान कृषक लाल सिंह गोबाड़ी ने बताया कि उन्हें पोल्ट्री व्यवसाय से लगभग रुपए 2 लाख 50 हजार व मत्स्य व्यवसाय से रुपए 40 हजार सालाना आय, जबकि सब्जी उत्पादन से रुपए 10 हजार मासिक आय प्राप्त हो रही है!
जिलाधिकारी ने कृषक राजेंद्र सिंह के मत्स्य तालाब, पोल्ट्री फार्म, आलू की खेती आदि का भी स्थलीय निरीक्षण किया! इस दौरान कृषक राजेन्द्र सिंह ने बताया कि उन्हें पोल्ट्री व्यवसाय से रुपए 2 लाख, दुग्ध व्यवसाय से रुपये 60 हजार, आलू उत्पादन से रुपए 30 हजार एवं मत्स्य व्यवसाय से रुपए 20 हजार सालाना आय प्राप्त हो रही है!
जिलाधिकारी ने ग्रामीण कौशल सिंह के पनीर , खोया व मिष्ठान व्यवसाय का भी स्थलीय निरीक्षण किया! इसके अलावा जिलाधिकारी ने मोहन सिंह के लीची उत्पादन, टेक बहादुर व हुकुम सिंह के आलू उत्पादन कार्यों का भी स्थलीय निरीक्षण किया! जिलाधिकारी ने ग्राम भटेड़ी के पोल्ट्री ग्रोथ सेंटर का भी स्थलीय निरीक्षण किया! इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि पशुपालन, कृषि , उद्यान , उद्योग , विकास , डेयरी आदि विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया गया है! जिसका लाभ उठाकर वे अपने स्वरोजगार परक कार्यों को आगे बढ़ा रहे हैं! इससे उनकी आर्थिकी में सुधार हो रहा है!
जिलाधिकारी ने ग्रामीणों के स्वरोजगार परक कार्यों की प्रगति को देखकर प्रसन्नता जाहिर की! उन्होंने ग्रामीणों को और बेहतर कार्य करने के लिए प्रेरित किया तथा अन्य किसानों को भी विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ लेकर स्वरोजगार से जुड़ने के लिए कहा!
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी अनुराग आर्य, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी योगेश भारद्वाज, मुख्य कृषि अधिकारी रितु टम्टा, ग्राम प्रधान भटेड़ी नरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे!