एंटी रैंगिंग सेल को ऑनलाइन मिली सिकायत के बाद जीबी पंत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी घुड़दौड़ी के चार छात्रों पर रैगिंग के मामले में कार्यवाही की गयी है। पीड़ित छात्र ने ऑनलाइन शिकायत की थी इन छात्रो पर आरोप था कि उन्होंने पिछले महीने की 3 अगस्त को अपने जूनियर छात्र के साथ रैगिंग की उसे अनावश्यक सवाल पूछे गए और उसे परेसान किया गया।
सोमवार को इंस्टिट्यूट में हुई एंटी रैगिंग कमेठी की बैठक में चारों छात्रों को हॉस्टल से बाहर करने का फैसला लिया गया एंटी रैगिंग कमेटी में विस्तार से चर्चा होने के बाद सिविल के छात्र राम दत्त, कंप्यूटर साइंस के छात्र आदित्य, विशाल शर्मा और दीपक सिंह को हॉस्टल से बाहर किया गया है।
इस मामले में नोटिस भी जारी कर दिया गया है साथ ही छात्रों के परिजनों को भी इस मामले में पूरी जानकारी दे दी जाएगी। इंस्टीट्यूट के प्राचार्य डा. एसपी पांडे ने बताया है कि इंस्टीट्यूट में नियमों का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है। शिकायत मिलने पर सख्त कदम उठाया जाएगा। हालांकि छात्रों का एकेडमिक नुकसान न हो इसलिए उन्हें सिर्फ हॉस्टल से बाहर करने का निर्णय लिया गया है।
एंटी रैगिंग टीम ने इस मामले में छात्रो को सुधरने का एक मौका भी दिया नहीं तो उन्हें कॉलेज से भी बाहर किया जा सकता था। पुरे भारत में रैगिंग को लेकर आज के समय में क़ानून काफी सख्त बनाये गए हैं।
इस कॉलेज में रैगिंग का ये अब तक का दूसरा मामला है। इससे पहले भी कॉलेज में इस तरह के मामला आ चूका है। इलेक्ट्रिकल द्वितीय वर्ष के छात्र मोहित मेहता, मैकेनिकल द्वितीय वर्ष के विकास चौहान और कंप्यूटर साइंस द्वितीय वर्ष के दिवाकर नौटियाल 24 अगस्त की रात करीब दो बजे शराब के नशे में प्रथम वर्ष के छात्रों के कमरे में खिड़की से घुसे और रैगिंग लेने लगे। इसके बाद मामला नेशनल एंटी रैगिंग सेल तक पहुंच गया। सीनियर्स ने जूनियर छात्रों के साथ जो सुलूक किया सेल ने उसे देखते हुए छात्रों को तीन महीने के लिए कॉलेज से बहार कर दिया था।
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